रांची से अशोक कुमार
रांचीः कभी पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के नाक के बाल रहे पुलिस अधिकारी अनुराग गुप्ता को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आदेश के बाद निलंबित कर दिया गया है। अनुराग गुप्ता की कोई खास पद पर नहीं रहते हुए भी रघुवरी सरकार में तूती बोलती थी। झारखंड कैडर के 1990 बैच के आइपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता निलंबित कर दिए गए हैं। इस अधिकारी पर 2016 के राज्यसभा चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप है। उन पर भाजपा की रघुवर सरकार के लिए काम करने का आरोप है। गृह विभाग ने मुख्यमंत्री के पास उनके खिलाफ कार्रवाई की फाइल बढ़ाई थी। हेमंत सरकार ने सख्त रुख दिखाते हुए अनुराग गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की है। आइपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता वर्तमान में सीआइडी के एडीजी हैं। इनपर विशेष शाखा के एडीजी रहते हुए वर्ष 2016 में राज्य सभा चुनाव के दौरान भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए पूर्व मंत्री योगेंद्र साव को धमकाने का आरोप है। इस मामले में 2018 में जगन्नाथपुर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज हुई थी। हेमंत सरकार बनने के बाद से ही यह कयास लगाया जा रहा था कि एडीजी अनुराग गुप्ता पर कार्रवाई तय है। विभाग ने दो दिन पहले ही कार्रवाई से संबंधित फाइल सरकार को भेजी थी। झारखंड पुलिस की विशेष शाखा के अपर पुलिस महानिदेशक अनुराग गुप्ता को हटा दिया गया है। वे दिल्ली में झारखंड के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय में योगदान देंगे। भारत निर्वाचन आयोग ने सोमवार को यह कार्रवाई की है। आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता पर 2016 के राज्यसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में काम करने का आरोप लगा था।
अनुराग गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई का चुनाव आयोग का आदेश आया था ,लेकिन उनके खिलाफ प्राथमिकी के लिए आयोग ने महीनों पहले कहा था। राज्य सरकार ने भी मामले की जांच का आदेश दिया था। विपक्षी नेताओं के ज्ञापन के बाद चुनाव आयोग ने इसकी सुनवाई शुरू की थी। नेताओं का बयान दर्ज करने आयोग की टीम रांची भी पहुंची। विधायक निर्मला देवी मुख्य आवेदक होने के बावजूद बयान दर्ज कराने नहीं पहुंची थी। कांग्रेस विधायक निर्मला देवी के वोट के लिए उनके पति योगेंद्र साव को अनुराग गुप्ता द्वारा प्रलोभन व दबाव बनाने की कथित ऑडियो सीडी विपक्ष सामने लाया था। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने ऐसी दो सीडी जारी की थी। इसमें 2016 के 10-11 जून को अनुराग गुप्ता के योगेंद्र साव से दो दर्जन बार बात का दावा था। चुनाव में भाजपा के मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्दार जीते थे।
