रांची के मेडिका अस्पताल का डॉक्टर निकला अलकायदा का आतंकी, देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और गंभीर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा

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मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: अधिक पढ़ने लिखने और क्लालिाफइड होने के वावजूद भी मुस्लिम समाज में गजवा-ए- हिन्द की परिकल्पना घर करते जा रही है। भारत को मुस्लिम देश बनाने का सपना लिये डॉ इश्तियाक रांची के मेडिका अस्पताल में बतौर रेडियोलॉजिस्ट काम कर रहा था। मेडिका के चिकित्सक की गिरफ्तारी के मामले में पूछे जाने पर अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ विजय मिश्रा ने इससे इंकार कर दिया है। डॉ इश्तियाक पहले जमशेदपुर के मानगो थाना अंतर्गत आजाद नगर में प्रैक्टिस करता था। वहीं, राजस्थान के भिवाड़ी से हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने के दौरान इस मॉड्यूल से जुड़े अल्ताफ को हिरासत में लिया गया है। वह लोहरदगा के कुड़ू प्रखंड के चंदलासो पंचायत अंतर्गत कौवाखाप गांव निवासी मुस्लिम अंसारी का बड़ा पुत्र है। इसके कौवाखाप गांव स्थित घर से दो कंट्री मेड कार्बाइन और एक एयरगन बरामद किया गया है , वहीं दिल्ली पुलिस ने राजस्थान और यूपी से अल्ताफ के अलावा कुल छह संदिग्धों को हिरासत में लिया है। दिल्ली पुलिस के एक बयान में कहा गया है कि अलकायदा मॉड्यूल का नेतृत्व रांची का डॉ इश्तियाक नामक व्यक्ति कर रहा था। देश के भीतर ‘खिलाफत’ की घोषणा करने और गंभीर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की मंशा थी। जांच एजेंसियों के मुताबिक लोहरदगा के कुड़ू प्रखंड अंतर्गत कौवाखाप निवासी अल्ताफ राजस्थान के भिवाड़ी में हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने गया था। वहीं से उसके दूसरे सहयोगियों के साथ दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया। दूसरी ओर झारखंड एटीएस की टीम अल्ताफ के पैतृक गांव पहुंचकर उसके दो घरों पर छापा मारा। एटीएस के अवर निरीक्षक विशाल पांडेय छापेमारी दल का नेतृत्व कर रहे थे. अल्ताफ के नये घर से दो कंट्री मेड कार्बाइन व एक एयरगन बरामद किया गया। इसके अलावा कुछ और आपत्तिजनक सामान भी बरामद किये गये हैं। अल्ताफ के पिता, दो भाइयों व पत्नी नेहा खातून, गुड़िया व अन्य लोगों से पूछताछ की. घटना की जानकारी मिलने के बाद आसपास के दर्जनों लोग मौके पर पहुंच गये।

एटीएस ने रांची के चान्हो थाना क्षेत्र के चार गांव से चार लोगों को हिरासत में लिया. इनमें बलसोकरा के मो मोदब्बिर (पिता-स्व मो नुमान), मो रिजवान (पिता-मो परवेज मास्टर), चटवल के मुफ्ती रहमतुल्लाह मजाहिरी (पिता-मो खलील) और पिपराटोली का मतिउर रहमान (पिता-इब्राहिम अंसारी) शामिल हैं। बाद में रिजवान और मुफ्ती रहमतुल्लाह को गिरफ्तार कर लिया गया। एटीएस ने सुबह करीब 7 बजे एक साथ ही बलसोकरा, चटवल, पिपराटोली व पकरियो गांव के तीन घरों में छापामारी की थी। मो मोदब्बिर व मो रिजवान को बलसोकरा स्थित उनके घर से, मतीउर रहमान को उनके बीजुपाड़ा स्थित आवास से और मुफ्ती रहमतुल्लाह को चटवल स्थित मदरसा से हिरासत में लिया। वहीं, पकरियो में छापेमारी में एनामुल अंसारी (पिता-असरुदीन अंसारी), शहबाज अंसारी (पिता-जेयारत अंसारी) घर में नहीं मिला। परिजनों की ओर से बताया गया कि शहबाज अंसारी परीक्षा लिखने दिल्ली गया हुआ है। जबकि, दूसरा शहबाज (पिता-खलील अंसारी) व एनामुल अंसारी तबलीग जमात में बाहर गये हुए हैं। जानकारी के अनुसार, एटीएस द्वारा हिरासत में लिये गये मुफ्ती रहमतुल्लाह मजाहिरी चटवल के कुदरतनगर में पिछले तीन साल से जमीयतुल मोहसिनात नामक मदरसा चलाते हैं। जबकि मतीउर रहमान की बीजुपाड़ा चौक में शम्मा वस्त्रालय नामक कपड़े की दुकान है। वह वर्तमान में बीजुपाड़ा में ही रहते हैं, जबकि मो मोदब्बिर बलसोकरा में वेब वर्ल्ड तथा मो रिजवान नंबर प्लेट व सीट कवर बनाने की दुकान चलाता है।
एटीएस की टीम ने हजारीबाग के लोहसिंहना मुहल्ले से मो फैजान उर्फ मुन्ना को पकडा। उससे लोहसिंहना थाना में व हजारीबाग एसपी के आवासीय कार्यालय में पूछताछ की गयी। इसके बाद एटीएस की टीम उसे लेकर रांची आ गयी। उधर, दिल्ली एटीएस के स्पेशल सेल टीम के सब इंस्पेक्टर अभिषेक राज ने बताया कि इस मामले की प्राथमिकी स्पेशल सेल कांड संख्या 301/24 के तहत दर्ज की गयी थी। इस मामले में टीम ने रांची से एक चिकित्सक डॉ इश्तियाक को पकड़ा है। चिकित्सक से पूछताछ में हजारीबाग के मो फैजान का नाम सामने आया। फैजान एक साल से डॉ इश्तियाक के संपर्क में था। फैजान ने बताया कि डॉ इश्तियाक किसी आतंकी संगठन से जुड़ा है।

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