मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: हिन्दपीढ़ी में सुरक्षा को लेकर पहले झारखंड पुलिस और अब सीआरीपीएफ की सुरक्षा पर भ्ज्ञी सवाल उठने लगे हैं। सीआरपीएफ की सुरक्षा को तोड़कर एक व्यक्ति अपनी पत्नी के साथ कैसे सिमडेगा जिले के कोलेबिरा पहुच गया यह बड़ा सवाल खड़ा हो चुका है। सीआरपीएफ की सुरक्षा को भेद कर हिन्दपीढी के लोग कैसे दूसरे इलाके ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों में भी प्रवेष कर रहे हैं। हिन्दपीढ़ी के इलाके को रेड जोन घोषित कर झारखंड पुलिस की सुरक्षा में रखा गया था। लेकिन हिन्दपीढ़ी के इलाके में झारखंड पुलिस की नाकामयाबी के कारण इस कोरोरना की खान को सीआरपीएफ कीि सुरक्षा में सौंपा गया था। लेकिन श्यह सीआरपीएफ की भी नाकामयाबी है कि आधी रात को हिन्दपीढ़ी का रहनेवाला व्यक्ति अपनी पत्नी और बच्चे के ाथ सिमडेगा के कोलबिरा पहुंच गया। रांची के हिंदपीढ़ी से कोलेबिरा पहुंचे दंपती और उनकी बच्ची को प्रशासन ने आइसोलेसन में रखा है। यह दंपती मंगलवार की रात करीब दस बजे स्कूटी से अपने एक बच्ची के साथ कोलेबिरा पहुंचा था। इसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों द्वारा प्रखंड प्रशासन को बुधवार की सुबह दी गई। कोलेबिरा में हिंदपीढ़ी का परिवार पहुंचने की सूचना मिलते ही कोलेबिरा बीडीओ अखिलेश कुमार, अंचलाधिकारी प्रताप मिंज, थाना प्रभारी रामेश्वर भगत, एसआई रंजीत महतो दल बल एवं एंबुलेंस के साथ उक्त दंपती के घर पहुंचे। दंपती एवं उसके बच्चे को प्रशासन द्वारा कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया।स्थानीय ग्रामीणों को जब सूचना मिली की हिंदीपीढ़ी से एक दंपती कोलेबिरा आया हुआ है तो लोगों की चिंता बढ़ गई। लोगों का कहना है कि रांची का हिंदपीढी पूरे राज्य में रेड जोन घोषित है। हिंदपीढ़ी में सरकार द्वारा जिला पुलिस एवं सीआरपीएफ द्वारा व्यापक सुरक्षा घेरा बनाया गया है। उस सुरक्षा घेरा को तोड़कर एक दंपती सवा सौ किलोमीटर दूर स्कूटी से कोलेबिरा चला आया। वहीं, प्रखंड प्रशासन द्वारा पूरे मोहल्ले एवं एंबुलेंस को सैनिटाइज कराया गया है। इस घटना के बाद सीआरपीएफ की हिन्दपीढ़ी मंे सुरक्षा करना अब लोगों को डराने भी लगा है। हिन्दपीढ़ी में सुरक्षा घेरा टूटने के बाद रमजान के मौके पर कोरोना संक्रमण बढ़ने का खतरा काफी उच्च स्त्र पर पहुंच गया है। जिससे राजधानी रांची सहित आसपास के लोगों में सहज ही बातचीत कर अंदाजा लगाया जा सकता है। हिन्दपीढ़ी से बाहर जाकर एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ जाकर यह जता दिया है कि सीआरपीएफ की सरुक्षाा घेरे में भी सूराग है जिसे वहां के लोग आसानी से भेद रहे हैं और कोरोना का संक्रमण बढ़ाने की ओर बढ़ रहे हैं।
