
मुखर संवाद के लिये प्रमिला यादव की रिपोर्टः-
पटना: मुसलमानों को आरक्षण देने के मुद्दे पर लालू यादव ने अब अपना स्पष्टीकरण दिया है। लालू सादव के बयान के बाद राजनीतिक हल्कों में इसे मुद्दा बनाये जाने से विपक्ष परेशानी में पड़ गया था। मुसलमानों को आरक्षण देने की मांग करने के बाद लालू यादव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत पूरे भाजपा के निशाने पर हैं। लालू यादव ने अब अपने उस बयान पर सफाई दी है. जिसमें मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कहकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निशाने पर आए थे। पीएम मोदी के तीखे हमले के बाद लालू प्रसाद ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि आरक्षण धर्म के आधार पर नहीं, बल्कि सामाजिक आधार पर दिया जाता है. कुछ घंटे पहले ही लालू ने कहा था कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए। पीएम मोदी के अटैक के बाद बैकफुट पर आए लालू ने कुछ ही घंटे बाद अपनी सफाई दी है.। लालू यादव ने कहा कि मंडल कमीशन को हमने लागू किया था. मंडल कमीशन में सैकड़ों जातियां हैं, जो सामाजिक आधार पर है. धर्म आधार पर नहीं है. नरेंद्र मोदी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं. इसलिए तरह-तरह का बहाना बनाते हैं। अटल बिहारी बाजपेयी ने तो संविधान समीक्षा आयोग बना दिया था, ताकि ये लोग संविधान को बदल दें। लेकिन धर्म आरक्षण का आधार हो ही नहीं सकता है। आरक्षण का सामाजिक आधार होता है.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग के बीच लालू ने मुसलमानों को आरक्षण देने की वकालत कर दी। मुसलमानों को रिझाने के लिए लालू यादव ने कहा था कि भाजपा लोगों को भड़का रही है। भाजपा के लोग हार के डर से इतने खौफ में हैं कि लोगों को अब भड़काने का काम कर रहे हैं। भाजपा संविधान और लोकतंत्र को खत्म करना चाहती है। देश की जनता के जेहन में यह सारी बातें आ चुकी हैं. लालू ने कहा था कि देश के मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए।
लालू के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई और बिहार बीजेपी के नेताओं के साथ-साथ खुद पीएम मोदी ने लालू प्रसाद पर जोरदार हमला बोला। पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश की एक चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस चुप है लेकिन उसके एक सहयोगी दल ने अपने इरादों की पुष्टि कर दी है। लालू यादव पर हमला बोलते हुए पीएम ने कहा कि जो चारा खाने के कारण जेल जा चुके हैं। जेल जाने वालों के घर तो अपनी बेटी ब्याहने से भी लोग डरते हैं. ऐसे लोग कह रहे हैं कि मुसलमानों को आरक्षण मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद लालू प्रसाद यादव ने मीडिया के समक्ष यह कहा है कि आरक्षण का आधार कोई धर्म पनहीं हो सकता है। इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।
