मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची : युवा राजद के रांची जिलाध्यक्ष राजू गोप के बेटे 8 वर्षीय शौर्य गोप के हत्यारे को पुलिस ने कोडरमा से गिरफ्तार कर लिया है। रांची जिले के बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातु निवासी 8 वर्षीय मासूम शौर्य की निर्मम हत्या के आरोपी को रांची पुलिस ने कोडरमा के जयनगर रोड गिरफ्तार कर लिया है।पकड़ा गया आरोपी संजू पांडा ने मासूम शौर्य को अगवा करने के एक घंटे बाद ही मार डाला था। शौर्य एदलहातु के आराधना गली का रहने वाला था। संजू पांडा शौर्य के घर में किरायेदार रह चुका था। पुलिस के अनुसार संजू कुमार पांडा हजारीबाग का रहने वाला है।
कोडरमा जिले में उसका ससुराल बताया जा रहा है। आरोपी युवक एमबीए किए हुए है। कोरोना काल के पूर्व वह बंगलुरु में रहता था। बाद में वह शौर्य के पिता राजू गोप के घर में किरायेदार के रूप में रहने वाले अपने बहन और बहनोई के साथ ही रहा करता था। इस दौरान वह राजू गोप के बेटे शौर्य सहित पूरे परिवार से घुल मिल गया था। बाद में संजू रांची के ही पुंदाग में एक रूम लेकर रहने लगा था। इसी बीच गलत संगत में फंस कर संजू कर्ज के चक्कर में फंस गया। उसे पांच लाख रुपये की जरूरत थी। संजू इस दौरान लगातार अपनी बहन के घर आता जाता था। इसी बीच उसे यह ख्याल आया कि अगर वह शौर्य को अगवा कर उसके पिता से फिरौती मांग लेगा तो उसे कर्ज चुकाने में मदद मिल जाएगी।
मासूम शौर्य को अगवा करने के लिए संजू ने दो दिनों तक शौर्य की रेकी की। संजू को यह पता था कि शाम के समय हर दिन शौर्य कुछ न कुछ खरीदने के लिए घर से बाहर निकलता है। 3 फरवरी की देर शाम भी शौर्य चिप्स लेने के लिए घर से निकला था, उस दौरान संजू पास में ही कार में बैठा हुआ था। जैसे ही शौर्य चिप्स लेकर दुकान से बाहर आया, संजू ने उसे आवाज देकर अपने पास बुलाया। चूंकी शौर्य संजू को जानता था, वह उसके पास चला गया। जब शौर्य वापस जाने लगा तो संजू ने फिर उसे वापस बुलाया और अपने साथ कार में बैठा लिया।कार में बैठते पर शौर्य शोर मचाने लगा और कार से उतरने की कोशिश करने लगा। यह देखकर संजू घबरा गया। उसने कुछ ही दूर आगे जाने के बाद शौर्य पर बेरहमी से कई वार कर दिया, इससे शौर्य अचेत हो गया। मोरहाबादी से निकल कर संजू सीधे नगड़ी पहुंचा, उस दौरान शौर्य की सांसे चल रही थी। नगड़ी में ही संजू ने शौर्य को एक बार फिर मारा, जब मासूम की सांस थम गई तब उसने उसे बोरे में डाल उसमें ईंट भर कर पानी में डाल दिया और वहां से सीधे कोडरमा भाग गया।एसएसपी रांची किशोर कौशल मासूम ने शौर्य के हत्यारों को पकड़ने के लिए एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी की टीमें टेक्निकल सेल की मदद से आरोपित को कोडरमा से गिरफ्तार किया।
