राजद लोहरदगा जिलाध्यक्ष शकील अख्तर पहले लड़की को लेकर भागा था इस बार माओवादियों को हथियार सप्लाई करते हुआ गिरफ्तार हुआ

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मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची/ लोहरदगा : लोहरदगा के राजद जिलाध्यक्ष शकील अख्तर को अब पुलिस ने माओवादियों को हथियार सप्ताई करते हुए पकड़ा है उसे पहले भी पुलिस ने लड़की के अपहरण मामले में आरोपी बनाया था। लड़की के अपहरण मामले में आरोपी होने के वावजूद राजद के नेतृत्व की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गयी । उसका हौसला इतना बढ़ गया कि वह अब माओवादियों को हथियार तक सप्लाई करने लगा। राजद के नेताओं की ओर से कोई भी कार्रवाई उस समय नहीं की गयी जब उसने नाबालिक लड़की का अपहरण कर लिया था। लेकिन अब राजद नेताओं की नींद टूटी तो उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। शकील अख्तर आपराधिक प्रवृति का था लेकिन राजद के नेताओं ने न जाने किस कारण से उसे अपना आर्षिवाद देते रहे यह अनुसंधान का विशया हो सकता है।

लातेहार जिले की मनिका थाना पुलिस ने हथियारों की तस्करी के आरोप में राष्ट्रीय जनता दल के लोहरदगा जिला अध्यक्ष शकील अख्तर को उसके दो सहयोगियों के साथ गिरफ्तार किया है। उनके पास से एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, चार मोबाइल और एमजी हेक्टर गाड़ी जब्त की गयी है। पुलिस को प्रारंभिक छानबीन में यह जानकारी मिली है कि राजद जिला अध्यक्ष प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के कमांडर रवींद्र गंझू को विस्फोटक की सप्लाई भी करते थे। राजद जिलाध्यक्ष के साथ जिन दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें गढ़वा के नगर ऊंटारी निवासी इम्तियाज खलीफा और रांची के रातू थाना क्षेत्र निवासी ईदुल अंसारी शामिल हैं। मनिका थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार राजद नेता ग्राम झखरा, थाना सेन्हा लोहरदगा का रहने वाला है। वह गढ़वा से अवैध हथियार खरीदकर रांची ले जा रहा था। वह माओवादी रबीन्द्र गंझू के दस्ते को विस्फोटक सामग्री भी पहुंचाता था। गिरफतार सभी आरोपी राजद के प्रदेष कार्यालय में आते थे और नेताओं को अपने रूतबे का एहसास कराते थे। लॉक डाउन के दौर में लोहरदगा जिला अध्यक्ष शकील अख्तर ने नयी गाड़ी खरीदी थी जब दुनिया का व्यवसाय तबाह था तब शकील अख्तर का हथियार का व्यापार परवान चढ़ रहा था। दरअसल हथियारों की सप्लाई कृशि बीज की सप्लाई के आड़ में वह कर रहा था। राजधानी रांचरी के कई राजद के नेताओं की भी संलिप्तता हो सकती है क्योंकि कई नेताओं के षकील के साथ गहरे संबंध हैं और व्यापारिक संबंध भी। राजद के कई नेताओं ने उसके बीज के व्यापार को आगे बढ़ाने में लगे थे लेकिन उन्हें शायद यह पता नहीं था कि राजद का जिलाध्यक्ष बीज सप्लाई के बजाय अथियारों के सप्लाई करता है और लॉक डाउन में भी गाड़ियां खरीद रहा था।

लातेहार एसपी अंजनी अंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि हथियार की तस्करी होने वाली है. एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि हथियार के साथ तीन लोग डालटनगंज से रांची की ओर जा रहे हैं. इस सूचना पर एक एमजी हैक्टर जेएच 01डीएस 4603 कार को रोका गया और तलाशी ली गयी. सूचना पर मनिका थाना प्रभारी शुभम कुमार ने दलबल के साथ महादेव मोड़ के पास मुख्य पथ पर छानबीन शुरू की.इसी क्रम में लोहरदगा के राजद जिलाध्यक्ष शकील अख्तर को पकड़ा और उसकी तलाशी ली तो उसके पास से सात राउंड का एक सिक्सर, एक पिस्टल, चार मोबाइल मिला. हथियार जब्त करने के बाद पुलिस ने राजद जिला अध्यक्ष की एमजी हेक्टर कार भी जब्त कर ली.मौके से उसके दो साथी इम्तियाज खलीफा, ग्राम चेचरिया, थाना नगर उंटारी, गढ़वा और ईदुल अंसारी, हुरहुरी, थाना रातु, जिला रांची को भी पकड़ा गया. गढ़वा निवासी इम्तियाज हथियार का सप्लाई करता था.मनिका थाना प्रभारी ने जारनकारी दी कि गिरफ्तार राजद नेता ग्राम झखरा, थाना सेन्हा लोहरदगा का रहने वाला है. वह गढ़वा से अवैध हथियार खरीदकर रांची ले जा रहा था. वह माओवादी रवींद्र गंझू के दस्ते को विस्फोटक सामग्री भी पहुंचाता था.

लोहरदगा शहरी क्षेत्र से एक नाबालिग का अपहरण करने का मामला भी पहले राजद के जिलाध्यक्ष शकील पर था। इस मामले में महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्राथमिकी में लोहरदगा राजद जिलाध्यक्ष को आरोपी बनाया गया है। आरोपित जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र के झखरा गांव निवासी बारिक अंसारी के पुत्र शकील अख्तर (वर्तमान पता-स्टार कॉलोनी, लोहरदगा) है। पीड़िता की मां के बयान पर महिला थाना में भादवि की धारा 366ए, 363 के तहत कांड संख्या 25/2020 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। लेकिन राजद के नेताओं ने उसके रूतबे के आगे घूटने टेक दिये थे। शकील अख्तर वर्तमान में राष्ट्रीय जनता दल के लोहरदगा जिलाध्यक्ष हैं, जो प्राथमिकी के बाद से फरार था। पुलिस को दिए आवेदन में नाबालिग की मां के अनुसार, सुबह वह और उनकी बेटी सोकर उठी। इसके बाद वह रसोई में काम करने लगी, जबकि उनकी बेटी बाथरूम चली गई। थोड़ी देर बाद उन्होंने अपनी बेटी को आवाज दी, पर उसने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद घर और आसपास में ढूंढने पर भी कहीं कुछ पता नहीं चला। जब सुबह 7-8 बजे तक बेटी का कोई पता नहीं चला तो उन्होंने पति और पुत्र को बेटी के लापता होने की जानकारी दी। इसके बाद सभी ने मिलकर उसकी काफी खोजबीन की, परंतु कोई पता नहीं चला। वह सभी अपने स्तर से खोजबीन कर ही रहे थे कि शाम 5ः30 बजे सेन्हा थाना क्षेत्र के झखरा गांव निवासी बारीक अंसारी के पुत्र शकील अख्तर ने उनके मोबाइल पर फोन कर कहा कि ज्यादा चिंता एवं खोजबीन करने की जरूरत नहीं है।तुम्हारी बेटी मेरे पास है। ज्यादा हाथ-पांव मत मारो नहीं तो तुम्हारी बेटी और तुम लोगों को जान से मार देंगे। इससे उनके परिवार के लोग डर गए। इस कारण से उन्होंने थाना को सूचना नहीं दी। हिम्मत कर उन्होंने महिला थाना पुलिस को अपनी नाबालिग पुत्री के अपहरण की सूचना दी । उन्हें विश्वास था कि शकील अख्तर गलत नीयत से उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण कर कहीं ले गया है। उन्हें यह डर है कि उनकी पुत्री के साथ कोई अनहोनी हो सकती है। मामले में शकील अख्तर पर कानूनी कार्रवाई करते हुए नाबालिग बेटी को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई थी।
ळालांकि इस बार राजद के नेतृत्व ने कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है ताकि आनेवाले दिनों में और कार्यकर्ताओं को नसीहत मिल सके।

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