मुखर संवाद के लिये मनोहर यादव की रिपोर्टः-
पटना: केन्द्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने अपने पुत्र और सांसद चिराग पासवान को मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताकर एनडीए के अंदर नये समीकरण को जन्म दे दिया है। हालंाकि जदयू की ओर से इस पर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि रामविलास पासवान ने कोरोना संक्रमण और बाढ़ के इस दौर में बिहार विधानसभा चुनाव को टालने की वकालत की है। राम विलास पासवान ने कहा है कि उनकी पार्टी कोरोना संक्रमण और बाढ़ की वजह से फिलहाल बिहार विधानसभा चुनाव के पक्ष में नहीं है। पार्टी चुनाव आयोग से अपनी बात कह चुकी है। भावी मुख्यमंत्री को लेकर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चिराग पासवान में मुख्यमंत्री बनने की क्षमता है, लालू और नीतीश के साथ खुद मैं भी पास्ट हो रहा हूं। भविष्य युवा पीढ़ी का ही है। भावी मुख्यमंत्री पद के लिए अक्सर चिराग के नाम की चर्चा को लेकर मीडिया के साथ बातचीत के दौर में रामविलास पासवान ने कहा कि चिराग में मुख्यमंत्री बनने की क्षमता है। वैसे यह भी सही है कि मैं खुद, लालू प्रसाद और नीतीश कुमार अब पास्ट हो रहे हैं.भविष्य युवा पीढ़ी का ही है। हालांकि, उनकी पार्टी को अभी जल्दबाजी नहीं है। अगले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दल की हैसियत से एलजेपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेहरा मान रही है। राम विलास पासवान ने आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर उक्त बयान नहीं दिया है। राम विलास पासवान ने कहा कि बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या बड़ी तेजी से बढ़ रही है। बाढ़ में लोग जान बचाने के लिए ऊंची जगहों पर पलायन कर रहे हैं। जीवन का खतरा सबसे बड़ा मामला है। ऐसे मे थोड़े दिनों के लिए चुनाव को टाल दिया जाना चाहिए। उनकी पार्टी का मानना है कि चुनाव निष्पक्ष होना चाहिए। हर व्यक्ति को वोट देने का मौलिक अधिकार है। इसके लिए चुनाव को टालना जरूरी है। जबकि एनडीए के अन्य दल भाजपा और जदयू समय से ही बिहार में विधानसभा चुनाव कराने की बात चुनाव आयोग को कही है।
