
रांचीः झारखंड में कांग्रेस पार्टी में इन दिनों कोहराम मचा हुआ है और कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता एक दूसरे गुट पर हार का ठीकरा फाड़ने में जुट गये हैं। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय आज रणक्षेत्र बन गया। पार्टी के दो विरोधी धड़े आपस में भिड़ गए। फिर तो, कांग्रेस परिसर में धक्का-मुक्की … तोड़फोड़ … डॉ. अजय गो बैक और मुर्दाबाद के नारे लगे। इस क्रम में कई गमले फुटे। धक्का-मुक्की में कुछ को चोटें भी लगीं। कल तक जो एक साथ कांग्रेस जिंदाबाद के नारे लगाते थे, आज एक-दूसरे के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। यह सब प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह की उपस्थिति में हुआ। विरोध के कारण प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार समीक्षा बैठक में शामिल होने के लिए प्रदेश कार्यालय नहीं आए।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मिली पराजय के बाद कांग्रेस के विक्षुब्ध एग्रेसिव हो चुके हैं। वे डॉ. अजय की जगह दूसरे को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी समेत सभी जिलाध्यक्षों की मौजूदगी में समीक्षा बैठक का कार्यक्रम रखा गया था। बैठक की निर्धारित समय दोपहर बाद दो बजे था, पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में करीब डेढ़ बजे ही राकेश सिन्हा और सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में राजन सिंह, राजा दिलावर खान, दामोदर रजक, कृष्णा राम, कृष्णा सहाय, टिंकू वर्मा, जोगिंदर सिंह, बेनी प्रसनजीत सिंह, प्रवीण दुबे, नेहा कुमारी आदि सैकड़ों लोग जमा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। वे ऊपरी तल्ले पर जाने वाली सीढ़ियों पर बैठ कर डॉ. अजय कुमार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे ।
करीब दो बजे के आसपास पहुंचे आरपीएन सिंह को भी ये ऊपर चढ़ने से रोकने लगे। इसी बीच इनका विरोध करते हुए पार्टी के अन्य नेता इन्हें सीढ़ियों से हटाने लगे। फिर तो दोनों ओर से धक्का-मुक्की और बल प्रयोग शुरू हो गया। भारी शोर-शराबे के बीच आरपीएन सिंह ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की। करीब आधे घंटे तक चले हो-हल्ला के बाद विक्षुब्ध गुट के नेताओं के साथ आरपीएन सिंह की बात हुई। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे उनकी भावनाओं से कांग्रेस आलाकमान को अवगत कराएंगे। फिर इसके बाद वे विक्षुब्धों ने उन्हें पार्टी कार्यालय के ऊपरी तल्ले पर चढ़ने दिया। निर्धारित समय से करीब एक घंटे बाद समीक्षा बैठक शुरू हो पाई। झारखंड कांग्रेस मुख्यालय में आज दोपहर डॉ अजय कुमार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई और विरोध प्रदर्शन भी किया गया. डॉ अजय कुमार का विरोध करने वालों में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शामिल हैं. विरोध प्रदर्शन इतना बढ़ा कि मुख्यालय में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये, जिसके कारण कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ भी हुई. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद से झारखंड में कांग्रेस में निराशा का माहौल है. चुनाव परिणाम आने के बाद से कांग्रेसी टूट चुके हैं और नेतृत्व पर सवाल भी उठाये जा रहे हैं. हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया है, बावजूद इसके उनके खिलाफ आज कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटा है. डॉ अजय ने अपना इस्तीफा 24 मई को ही दे दिया था. पार्टी ने 2017 में झारखंड प्रदेश कांग्रेस की कमान उन्हें सौंपी थी लेकिन लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन बहुत ही बुरा रहा. प्रदेश में कांग्रेस ने सात सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें से मात्र एक सीट पर ही वह जीत हासिल कर सकी थी इसलिए डॉ अजय ने हार की नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए अपना इस्तीफा दे दिया है.
