

मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : किसी साहित्यकार के लिये सम्मन मिलना ही उन्हें सर्वाधिक खुशी देता है। वहीं आज झारखंड के साहित्य के क्षेत्र में अपनी सेवायें दे रहे आशुतोष प्रसाद को मिलने से साहित्यकारों में खुशी का माहौल है। झारखंड के वरिष्ठ साहित्यकार आशुतोष प्रसाद को विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ की ओर से विद्यावाचस्पति (पीएचडी )के सम्मान से नवाजा गया है। यह सारस्वत सम्मान उन्हें हिंदी सेवा ,सारस्वत साधना, कला के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियों शैक्षिक प्रदेयों,महनीय शोध कार्य तथा राष्ट्रीय/ अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठा के आधार पर प्रदान किया गया।
यह भी बताते चलें कि ये इस समय कला ,संस्कृति एवं साहित्य को समर्पित संस्था संस्कार भारती रांची इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष,नारायणी साहित्य अकादमी नई दिल्ली के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं केंद्रीय सचिवालय हिंदी परिषद के बिहार झारखंड के संयोजक हैं। अपने प्रारंभिक दिनों में आशुतोष जी समाचार भारती एवं रांची एक्सप्रेस में पत्रकार रहे।तत्पश्चात राजभाषा की सेवा में पीएनबी में रहे। सार्वजनिक उपक्रमों में अपनी सेवायें दे चुके आशुतोष प्रसाद को सम्मान मिलने के साथ राजधानी रांची सहित सूबे के साहित्यकारों ने उन्हें बधाई दी है।
