रांची से व्यूरो रिपोर्टः-
रांची: रांची के हिन्दपीढ़ी में पहले स्वास्थ्यकर्मियों को जांच करने से रोका गया और काफी मशक्कत के बाद जांच शुरू हुई तो अब सफाईकर्मियों के साथ दुवर््यवहार के बाद सफाईकर्मियों ने सफाई करने से इंकार कर दिया है। पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम के द्वारा मारपीट के बाद अब मामला बेहद ही सेाचनीय हो गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये जहां सफाई पर जोर दिया जा रहा है वहीं सफाईकर्मियों के साथ मारपीट के कारण मामला पेंचिदा हो गया है। मारपीट के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर आज सफाईकर्मियों ने काम ठप कर दिया। हिंदपीढ़ी एरिया में एक भी सफाई कर्मी काम करने नहीं पहुंचे। सफाई कर्मी अप्पर बाजार स्थित निगम के स्टोर में सुबह जमा हुए और पार्षद पति पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे। दरअसल, रांची में कोरोना का पहला केस हिंदपीढ़ी क्षेत्र से मिला है। इस दौरान आम लोगों के साथ रांची नगर निगम के सफाई कर्मचारी भी डरे सहमे हुए हैं। इसके बावजूद 2 दिनों के बाद शुक्रवार को हिंदीपीढ़ी क्षेत्र में सफाई और सैनिटाइजेशन करने के लिए नगर निगम के कर्मचारी पहुंचे थे। लेकिन इसी दौरान वार्ड नंबर 22 की पार्षद के पति मोहम्मद असलम ने सफाईकर्मी मुकेश यादव की पिटाई कर दी थी। वहीं, पार्षद पति को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर सफाईकर्मियों ने नारेबाजी भी की। घटना की सूचना मिलने के बाद निगम की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. किरण मौके पर पहुंची। उन्होंने सफाईकर्मियों को समझाने की कोशिश की और उन्हें बताया कि पार्षद ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। इस मामले को तूल देने के बजाय समझौता करके खत्म किया जाए। ताकि शहर की साफ-सफाई प्रभावित ना हो। लेकिन सफाई कर्मियों ने साफ काम करने से इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे शहर के अन्य क्षेत्रों में काम करेंगे लेकिन हिंदपीढ़ी एरिया में किसी भी सूरत में काम नहीं करेंगे। इसके बाद निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जेसीबी लगाकर कुछ क्षेत्रों से कूड़ा का उठाव करवाया है। जबकि शहर के अन्य क्षेत्रों में साफ सफाई का काम पूर्व की तरह ही शुरू किया गया। वहीं निगम की ओर से सफाईकर्मियों को आश्वासन दिया गया है कि दो दिनों के अंदर मोहम्मद असलम के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही है।
