सरला बिरला विश्वविद्यालय में हर्षाेल्लास एवं सौहार्द से मनी होलिकोत्सव , प्रेम-उमंग एवं परस्पर सद्भाव का प्रतीक है होली: प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक

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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: ’प्रेम-उमंग एवं परस्पर सद्भाव का प्रतीक है होली‘ ये बातें होलीकोत्सव के मौके पर सरला बिरला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक ने कही है। सरला बिरला विश्वविद्यालय में आज होलिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। शिक्षको और छात्रों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर सिर्फ आर्गेनिक गुलाल का इस्तेमाल किया गया। मौके पर विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। कुलपति डॉ गोपाल पाठक ने होलिकोत्सव का उदघाटन करते हुए कहा कि होली का त्यौहार जीवन के विभिन्न रंगों से कटुता को खत्म करते हुए मित्रता को प्रकट करने वाला तथा आपसी प्रेम एवं सद्भाव को बढ़ाकर नई उमंग प्रदान करने वाला भारतीय परंपरा का प्रतीक है।

उन्होंने शिक्षको, पदाधिकारियों, छात्रों और कर्मियों को अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने विश्वविद्यालय के समस्त पदाधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र छात्राओं को होली की शुभकामनाएं दी है तथा भारतीय परंपरा के अनुसार सौहार्द एवं परस्पर भाईचारे के साथ होली मनाने की अपील की। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफेसर विजय कुमार सिंह ने छात्रों को संयम एवं अनुशासन में रहते हुए कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रशंसा की।

इस अवसर पर मुख्य वित्त पदाधिकारी श्री नरहरी दास, कार्मिक एवं प्रशासनिक प्रबंधक श्री अजय कुमार, श्री प्रवीण कुमार, श्री आशुतोष द्विवेदी, प्रो श्रीधर बी दंडीन, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ राधा माधव झा, डॉ पार्थ पॉल, डॉ अशोक अस्थाना, प्रो अमित गुप्ता, डॉ मनोज कुमार पाण्डेय, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ नित्या गर्ग, डॉ अमृता सरकार, डॉ मेघा सिन्हा, श्री सुभाष शाहदेव, डॉ भारद्वाज शुक्ल, श्री चंद्र शेखर महथा, ऋषिराज जमुआर, प्रशांत जमुआर सहित सभी पदाधिकारी, प्राध्यापकगण एवं छात्र छात्रा उपस्थित थे।

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