मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: बिजनेस में सस्टेनेबिलिटी और इनोवेटिव आइडिया के साथ ह्यूमैनिटीज के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करते हुए दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का समापन आज सरला बिरला विश्वविद्यालय में हुआ। सरला बिरला विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के द्वारा इमर्जिंग ट्रेंड्स इन इन्नोवेटिव एंड सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिसेज थीम पर दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस का समापन बी.के बिरला ऑडिटोरियम में हो गया।
बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के डीजी ट्रेनिंग आईपीएस अनुराग गुप्ता ने इमर्जिंग ट्रेंड्स इन इन्नोवेटिव एंड सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिसेज थीम पर चर्चा करते हुए अपने प्रशासनिक अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बिजनेस में सस्टेनेबिलिटी की बात की तथा इनोवेटिव आइडिया के साथ ह्यूमैनिटीज के लिए आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान की। उन्होंने विश्वविद्यालय के वातावरण की प्रशंसा करते हुए नैतिवान, चरित्रवान बनने तथा सभी को अपने अपने क्षेत्र में कुशल व सस्टैनेबल डिसीजन मेकर बनने की सलाह दी। उन्होंने जीवन के हर पहलुओं पर अनुशासन पूर्वक डिसीजन लेने की सलाह दी। उन्होंने न्यू बिजनेस ट्रेंड्स, इनोवेशन के लिए मन के सस्टैनिबिल्टी की बात कही।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर गोपाल पाठक ने फैकेल्टी ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट द्वारा इमर्जिंग ट्रेंड्स इन इन्नोवेटिव एंड सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिसेज थीम पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के आयोजन किए जाने की सराहना करते हुए सस्टेनेबल डेवलपमेंट की शुरुआत एवम आवश्यकता की चर्चा की तथा कहा कि हमारे फ्यूचर जनरेशन के हितों को ध्यान में रखकर सस्टेनेबल बिजनेस प्रैक्टिस अपनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज उत्पादन तो अधिक से अधिक करें पर पर्यावरण एवं संसाधन का उपयोग भावी पीढ़ी के लिए संरक्षित व संवर्धित करते हुए करे। उन्होने विकसित देशों के लिए पर्यावरणीय समस्या को सबसे बडी चुनौती बताया।
विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने सरला बिरला विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के द्वारा राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार के सफलता पर आयोजन समिति के कार्यों की प्रशंसा करते हुए आयोजन समिति एवं सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रोफ़ेसर विजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम की सफलता पर कॉमर्स एवं मैनेजमेंट विभाग के सभी फैकल्टी मेंबर्स एवं सदस्यों को शुभकामनाएं दी है। नेशनल कांफ्रेंस के कन्वेनर सह फैकल्टी ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट के डीन डॉ संदीप कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की एचओडी एवं नेशनल कांफ्रेंस की को कन्वेनर डॉ पूजा मिश्रा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के कनक्लूडिंग रिपोर्ट्स को प्रस्तुत किया।
ओवरऑल कार्यक्रम का संचालन कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की असिस्टेंट प्रोफेसर आरोही आनंद ने किया तथा वोट ऑफ थैंक्स की औपचारिकता नेशनल कांफ्रेंस के को कन्वेनर सह डीएसडब्ल्यू डॉ अशोक कुमार अस्थाना के द्वारा पूरी की गई। नेशनल कांफ्रेंस के दूसरे दिन पांच अलग-अलग बिंदुओं पर टेक्निकल सत्र आयोजित किए गए। टेक्निकल सत्र में एरिया ऑफ़ फाइनेंस पर चेयर पर्सन के रूप में रांची विश्वविद्यालय के एक्स डायरेक्टर एवं डीन ऑफ कॉमर्स एंड बिज़नेस मैनेजमेंट प्रोफेसर एसएलएन दास एवं को- चेयरपर्सन ,रांची विश्वविद्यालय के रिसर्च इंप्लीमेंटेशन सेल के मेंबर प्रोफेसर ज्योति प्रकाश ने अपने विचार व्यक्त किए। सत्र के दौरान रिसोर्स पर्सन के रूप में डॉ सुषमा दास गुरु डॉक्टर एकता आर्य तथा मॉडरेटर के रूप में प्रोफेसर एलजी हनी सिंह एवं आकांक्षा कुमारी थी। टेक्निकल सत्र दो एरिया ऑफ मार्केटिंग के चेयर पर्सन बीआईटी मेसरा के डिपार्टमेंट ऑफ मैनेजमेंट के एचओडी डॉ श्रद्धा शिवानी, कोचेयर पर्सन डॉ गौतम रूद्र संत जेवियर कॉलेज रांची एवं रिसोर्स पर्सन के रूप में डॉ शकील अनवर सिद्दीकी, संत जेवियर कॉलेज तथा डॉक्टर दीपेंद्र सिन्हा ने अपने विचार व्यक्त किए।

उक्त सत्र के मॉडरेटर प्रोफेसर राशि मालपानी एवं डिंपल सिंघानिया थे। टेक्निकल सत्र 3, एरिया ऑफ ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट के चेयर पर्सन झारखंड राय यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ पियूष रंजन, को चेयर पर्सन ऊषा मार्टिन यूनिवर्सिटी रांची के डीन डॉ अरविंद हंस ने अपने विचार व्यक्त किए। सत्र में रिसोर्स पर्सन के रूप में बीआईटी मेसरा के डॉ ए पी सिंहा एवं विमेंस कॉलेज रांची के डॉ नेहा कौर उपस्थित थे। मॉडरेटर के रूप में डॉ नीतू सिंही एवं सुश्री जय श्री ने संचालन किया।
टेक्निकल सत्र 4 , एरिया ऑफ जनरल मैनेजमेंट के चेयर पर्सन झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के रजिस्ट्रार डॉ अमर कुमार चौधरी, को चेयरपर्सन संत जेवियर कॉलेज के डॉ कौशिक दत्ता ने अपने विचार व्यक्त किए तथा रिसोर्स पर्सन के रूप में बीआईटी मेसरा के डॉ रोहिणी झा एवं सरला विश्वविद्यालय की डॉ पूजा मिश्रा ने योगदान दिया।
मॉडरेटर के रूप में प्रो आरोही आनंद एवं सुश्री मनीषा अग्रवाल ने अपनी भूमिका निभाई। टेक्निकल सत्र 5, एरिया ऑफ इन्नोवेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप के चेयरपर्सन आईएमएस रांची के डायरेक्टर डॉ एस के साहू एवं चेयरपर्सन बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के डॉ बीके झा ने अपने विचार व्यक्त किए। रिसोर्स पर्सन के रूप में डॉक्टर विजेता टीम एवं डॉ अशोक कुमार अस्थाना ने योगदान दिया तथा मॉडरेटर के रूप में प्रोफ़ेसर अनुषा लाल एवं सुश्री नेहा नूपुर ने अपनी भूमिका निभाई। इस नेशनल कॉन्फ्रेंस में बडी संख्या में झारखंड के विभिन्न स्थानों एवं विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा कालेजों के प्राध्यापक ,शिक्षक ,रिसर्च स्कॉलर, अदानी पावर, मेकॉन लिमिटेड, सीसीएल, सीएमपीडीआई, एमटीआई सेल के नॉमिनेटेड कारपोरेट एग्जीक्यूटिव एंड रिप्रेजेंटेटिव एवं शिक्षाविदों, छात्रों सहित एक हजार से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। नेशनल कांफ्रेंस में प्रतिभागियों द्वारा विभिन्न टेक्निकल सत्रों में प्रस्तुत किए गए शोध पत्र के लिए प्रेजेंटेशन सर्टिफिकेट एवं प्रोग्राम में पार्टिसिपेट सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट ऑफ पार्टिसिपेशन प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो विजय कुमार सिंह, डॉ नीलिमा पाठक, प्रो एस एस बी दंडिन, श्री हरी बाबू शुक्ला, डॉ सुबानी बाड़ा, प्रो राधा माधव झा, डॉ अशोक कुमार अस्थाना, श्री अजय कुमार, श्री प्रवीन कुमार, श्री आशुतोष द्विवेदी, डॉ संजीव कुमार सिन्हा, प्रो अमित गुप्ता, प्रो राहुल वत्स, प्रो करण प्रताप सिंह, प्रो आरोही आनंद , प्रो एल जी हनी सिंह, डॉ सौरभ कुमार, प्रो अनिर्बन बिस्वास, प्रो राशि मालपानी, प्रो अनुषा लाल, डॉ प्रियंका पाण्डेय, डॉ भारद्वाज शुक्ला, डॉ मेघना घोष, डॉ अभिषेक चौहान, डॉ मनोज पाण्डेय, प्रो आदित्य विक्रम वर्मा, जितेंद्र गुप्ता, सुभाष नारायण शाहदेव, राहुल रंजन, अनुभव अंकित, श्रेय भारती, आकांक्षा कुमारी, हेमंत कुमार ठाकुर, किसलय कुमार, नेहा नूपुर, जयश्री, डिम्पल सिंहानिया, मनीषा अग्रवाल, संतोष द्विवेदी दिलीप महतो, ओम प्रकाश, आनन्द, उत्सव, आशीष आदि उपस्थित थे।
