

मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की जमानत की राहें सीबीआई की ओर से पुरजोर तरीके से रोकी जा रही है। लालू प्रसाद यादव को जमानत मिलने को लेकर जब भी सुनवाई होती है तभी सीबीआई लालू प्रसाद के जमानत का विरोध कुछ न कुछ अडंगा डालकर कर रही है। सीबीआई की ओर से लागातार झारखंड हाईकोर्ट मे समय मांग रही है जिसके कारण लालू प्रसाद यादव की जमानत नहीं हो पा रही है। लालू यादव को एकबार फिर आज जमानत नहीं मिल पाई है। सीबीआइ ने उनके जेल से बाहर निकलने का रास्ता एक बार फिर से रोक दिया है। लालू की जमानत पर अब 19 फरवरी को सुनवाई होगी। झारखंड हाई कोर्ट ने लालू प्रसाद और सीबीआई से उनके कस्टडी की सत्यापित प्रति मांगी है। उम्मीद की जा रही थी कि उन्हें जमानत मिली तो वे जेल से बाहर आ जाएंगे। लालू यादव के अनुसार दुमका वाले मामले में वे 42 माह जेल में रहे। जबकि सीबीआई के अनुसार 37 माह 6 दिन। इस पर कोर्ट ने दोनों से जेल में रहने के दिनों में होने वाले अंतर की सत्यापित आदेश की प्रति कोर्ट में जमा करने का आदेश दिया है। झारखंड हाईकोर्ट में लालू की ओर से पैरवी करने के लिए सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल रांची आये हैं। लालू के मामले की हाई कोर्ट के न्यायधीश अपरेशकुमार सिंह की अदालत में सुनवाई हो गई है।
लालू प्रसाद ने 8 फरवरी को सजा की आधी अवधि 42 माह 13 दिन पूरे कर लिए हैं। इसी आधार पर उच्च न्यायालय से जमानत की मांग की गई है। वहीं सीबीआइ लालू की जमानत का पुरजोर विरोध कर रही है।चारा घोटाला मामले में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका पर आज झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। लालू प्रसाद यादव ने दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में सजा की आधी अवधि पूरी करने का हवाला देते हुए जमानत देने का आग्रह किया है। इस मामले में लालू प्रसाद यादव को अदालत से सात साल की सजा मिली है। अगर लालू प्रसाद को अदालत से जमानत मिलती है तो वे जेल से बाहर आ जाएंगे। लालू प्रसाद के खिलाफ चारा घोटाले के पांच मामले चल रहे हैं। चार मामलों में उन्हें सजा मिली है। तीन मामलों में उन्हें पहले ही जमानत मिल गई है। जबकि डोरंडा कोषागार वाले मामले अभी सीबीआइ कोर्ट में सुनवाई चल रही है। लालू प्रसाद की ओर से दाखिल जमानत याचिका में कहा गया है कि दुमका कोषागार मामले में सजा की अवधि पूरा कर चुके है। वहीं राजद के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुमार सिंह का कहना है कि सीबीआई जानबूझकर लालू ्रपसाद यादव के लिजये जमारनत की सुनवाई में अडंगा डाल रही है। लालू प्रसाद का अभी दिल्ली स्थित एम्स में इलाज चल रहा है। वे गंभीर रूप से बिमार हैं लेकिन इसके वावजूद सीबीआई मनमानी कर रही है। वहीं राजद युवा के प्रदेश अध्यक्ष रंजन कुमार के अनुसाार, सीबीआई की ओर से बार-बार अडंगा डालकर लालू ्रपसाद यादव को जेल से जमानत नहीं मिलने दे रही है जबकि लालू यादव सजा की आधी अवधि जेल में काट चुके हैं। गरीबों के नेता के खिलाफ सीबीआई साजिश कर रही है लेकिन हमारी पार्टी को हाईकोर्ट से न्याय मिलेगा और लालू प्रसयाद यादव जनता की सेवा के लिये हमारे बीच आयेंगें।
