मुखर संवाद के लिये कीर्ति सिंह की रिपोर्टः-
रांची : झारखंड में बुधवार को साइक्लोन का प्रभाव दिखेगा और जारेदार गर्जना के साथ बारिस होने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में उठा अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान अम्फान सोमवार दोपहर 2:30 बजे सुपर साइक्लोन में बदल गया है। गृह मंत्रालय ने बताया कि यह तूफान बुधवार को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया तट से टकरा सकता है। उस वक्त इसकी रफ्तार 185 किमी प्रति घंटे से ज्यादा हो सकती है। तूफान का झारखंड में भी व्यापक असर दिखेगा। राज्य के 8 जिले तूफान से सर्वाधिक प्रभावित होंगे। मध्य क्षेत्र में राजधानी रांची और बोकारो, धनबाद समेत आसपास के इलाके में भी गरज के साथ बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है। जमशेदपुर में भी आज और कल बारिश के आसार है। आसमान में घने बादल छाएंगे। 20 मई को गर्जना और वज्रपात के बीच बारिश होगी। 30 से 50 किमी की रफ्तार से हवा चलेगी। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया है कि मौसम में बदलाव 19 मई की रात से ही शुरू हो जाएगा। आसमान में बादल छाने लगेंगे। 20 मई को दिन से तेज हवा के साथ बारिश के आसार हैं। तूफान के कारण 8 जिलों में 70 से 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है। रांची-बोकारो में हवा की गति 30 से 50 किमी प्रतिघंटा रह सकती है। बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हथिया के बीच तूफान है और यह बांग्लादेश की तरफ मूव कर गया है इसलिए असर की संभावना कम है।बंगाल की खाड़ी में उठा अम्फान तूफान लगातार मजबूत होकर आगे बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में यह चक्रवाती तूफान के अगले 12 घंटे में सुपर साइक्लोन में बदलने की संभावना है। जो 20 मई को पश्चिम बंगाल व बांग्लादेश की तटों से टकराएगा। शहर के तीनों नगर निकायों ने सामुदायिक भवन को शेल्टर होम बनाया है, वहीं खरकाई-सुवर्णरेखा के तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट घोषित कर बस्तीवासियों को सुरक्षित रखने की व्यवस्था की है। तूफान के दौरान हवा की गति 185 किमी प्रति घंटे हो सकती है। तूफान का शहर में भी आंशिक प्रभाव रहेगा। इसका असर सोमवार की शाम से दिखने लगा। जहां हवाओं का रूख पश्चिमी से पूर्वी हो गया, वहीं बादल भी छाए व उमस भरी गर्मी ने परेशान किया। मंगलवार व बुधवार को तेज हवा चलेगी, बादल छाएंगे और बारिश भी हो सकती है। इस बीच जिला प्रशासन सतर्क है। जेएनएसी, मानगो नगर निगम, जुगसलाई नगर परिषद ने सोमवार को नदी किनारे रहने वालों को कहा- तूफान के कारण फूस, लकड़ी, खपरैल, एसबेस्टस के मकानों से तुरंत निकल सुरक्षित स्थान पर जाएं। तीनों निकायों की टीम ने तटीय क्षेत्रों में जाकर लाउडस्पीकर से लोगों को हाई अलर्ट किया। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सामुदायिक भवन में रहने की अपील की। साथ ही किसी परिचित के साथ उनके पास रहना चाहते हैं तो 48 घंटे के लिए चले जाए। तीनों निकायों में सामुदायिक भवन में लोगों को रहने के लिए प्रशासन की ओर से तैयारी की जा रही है
