
नई दिल्ली: अब ठेके नहीं मिलने पर ठेकेदार भी अपराधी की भूमिका में दिखाई देने लगते हैं। ठेकेदार को जब ठेकेदारी नहीं मिली तो सेल के चेयर मैन को ही ठिकाने लगाने के लिये सुपारी दे डाली। 100 करोड़ रुपए की डील रद्द होने पर एक ठेकेदार ने स्टील अथॉरटी ऑफ इंडिया यानी सेल के चेयरमैन अनिल चैधरी की हत्या की सुपारी दे दी। बदमाशों ने 7 अगस्त की रात घर लौटते वक्त हौजखास इलाके में चैधरी पर हमला किया था। लेकिन वह बाल-बाल बच गए। शुरू में हमले की इस घटना को रोडरेज का मामला माना जा रहा था। तफ्तीश के बाद क्राइम ब्रांच ने हत्या की साजिश रचने वाले कोयला माफिया और ठेकेदार एके सिंह और उसके साथी प्राॅपर्टी डीलर सुनील बल्हारा और उसके साले सतेंदर को गिरफ्तार किया है। सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था। 3 दिन की रिमांड के बाद उसे सोमवार को जमानत मिल गई। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया पिछले साल सेल और एके सिंह के बीच 100 करोड़ रुपए की डील हुई थी। इसके तहत अमेरिकी कंपनी सोनम ट्रेडिंग एससीजेड से सेल को कोयला सप्लाई होना था। सेल ने 30 करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया था। कोयले के सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरने के कारण डील रद्द हो गई। यह कंपनी एके सिंह के बेटे की है। क्राइम ब्रांच के अनुसार नुकसान होने पर एके सिंह ने सेल के चेयरमैन अनिल चैधरी की हत्या की साजिश रची। एके सिंह करीब 1 साल से अनिल चैधरी के पीछे पड़ा हुआ था। सिंह ने सुनील को पहले हनीट्रैप में फंसाने के लिए कहा। काफी कोशिश के बाद भी चैधरी जब इस झंासे मंे नहीं आए तो सतेंदर ने 6 लाख रुपए में 4 बदमाशों को इसका ठेका दिया। 2 लाख रुपए एडवांस भी दे दिए गए। आरोपियों की मंशा चैधरी की हत्या कर रोडरेज या लूट का मामला दिखाने की थी।
