
धनबाद से मुज्जिमल अली
धनबाद: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि उनकी सरकार जल्द ही स्थानीय नीति और भूमि अधिग्रहण की नीति में बदलाव लायेगी ताकि झारखंडी हित में लोबगों को न्यासय मिल सके। जब तक इन दोनों में परिर्वतन नहीं किया जाता तब तक झारखंडी जनता को लाभ नहीं मिल सकता है। ये बातें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने धनबाद में आयोजित अपने स्थापना दिवस समारोह में कही है। झामुमो जिस कोयला नगरी से गठित हुआ था वहीं आज सत्ता में आकर अपनी वर्षगंाठ मना रहा है जहां झामुमो के कार्यकर्ता और नेता खुद फूले नहीं समां रहे हैं. वही आज देर शाम से झामुमो का स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। धनबाद के ऐतिहासिक गोल्फ ग्राउंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा अपना 48वां स्थापना दिवस मना रहा है। धनबाद के गोल्फ गांउंड में 4 फरवरी, 1973 को झामुमो की स्थापना हुई थी। इस मैदान में सालाना जलसे में हजारों की संख्या में लोग भाग ले रहे हैं। मुख्यरूप से झामुमो अध्यक्ष शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उपस्थित हैं।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा है कि झारखंड विधान सभा में झामुमो की जीत की ताकत आम जनता बनी।प्रत्येक झारखंडी यहां का मुख्यमंत्री है। मैं तो बस माध्यम हूं। उन्होंने कहा कि लगभग 50 साल से झामुमो आदिवासियों और मुलवासियों को जल, जंगल और जमीन का अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष करता रहा है। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत ने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं जनता के पैसे से चलती है। डीसी-एसपी का वेतन भी आपके पैसे से ही मिलता है। खजाना पर पहला अधिकार झारखंडियों का होगा। झारखंड को जानने से पहले से धनबाद को देश और दुनिया के लोग जानते हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्व में भाजपा सरकार में बनाई गई स्थानीय, नियोजन और अधिग्रहण नीति की आलोचना की। हेमंत सोरेन ने कहा है कि स्थानीय, नियोजन और अधिग्रहण नीति में बदलाव करेंगे।
