
रांची से अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल का विस्तार 20 दिनों के बाद भी नहीं हो सका इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी काफी चिंतित है। हेमंत सोरेन का चिंन्ता का कारण यह भी है कि कांग्रेस के अंदर मंत्रिमंडल को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। मंत्रिमंडल को लेकर हेमंत सोरेन ने अपना मन बना लिया है लेकिन कां्रगेस के अंदर दावोदारों की अधिकता के कारण ही पेंच फंसा हुआ है जिसे सुलझाने आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दिल्ली जा रहे हैं। हेमंत सोरेन सोनिया गांधी के खास मानेजानेवाले अहमद पटेल से सोमवार को मुलाकात कर मंत्रिमंडल को अंतिम रूप देने का प्रयास करेंगे।
29 दिसंबर, 2019 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ तीन मंत्रियों की झारखंड सरकार ने शपथ ली। लेकिन अब तक एक तरफ जहां इन मंत्रियों के मंत्रालय का बंटवारा तक नहीं हो पाया है, वहीं सीएम हेमंत अपने कैबिनेट का विस्तार भी नहीं कर पाए हैं। खरमास बीते भी पांच दिन हो गए लेकिन अब तक मंत्रिपरिषद के बारे में स्थिति बहुत स्पष्ट नहीं है। सीएम के साथ शपथ लेने वाले कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव को भी अब तक किसी विभाग की जिम्मेवारी नहीं मिली है। राजद के सत्यानंद भोक्ता भी मंत्रालय के इंतजार में हैं।
मुखर संवाद के सूत्रों के अनुसार ,झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 23 जनवरी को मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। इस दिन 8 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई जाएगी।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के अनुसार हेमंत मंत्रिमंडल 23 जनवरी तक अपने पूर्ण स्वरूप में आ जाएगा। 23 जनवरी को मंत्रिपरिषद के 8 मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ ही सभी मंत्रालयों की जिम्मेवारी बांटी जाएगी। सीएम हेमंत सोरेन अपने कैबिनेट पर अंतिम मुहर लगाने को आज दिल्ली जा रहे हैं। इस दौरे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नई दिल्ली में राष्ट्रपति से चैंपियन ऑफ चेंज पुरस्कार भी ग्रहण करेंगे। राजद को ग्रामीण विकास या फिर जल संसाधन विभाग दिया जा सकता है। वहीं कांग्रेस के खाते में ग्रामीण विकास विभाग, वित्त मंत्रालय ओर स्वास्थ्य विभाग जा सकता है। सड़क निर्माण विभाग जहां झामुमो के खाते में जा रहा है, वहीं भवन निर्माण विभाग कांग्रेस को दिया जा सकता है। गृह विभाग, कार्मिक विभाग, उद्योग विभाग, वाणिज्यकर और ऊर्जा विभाग झामुमो के हिस्से में रहेगा। वहीं दूसरी ओर झामुमो में मंत्रियों और विभागों को लेकर सबकुछ तय हो गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने यह तय कर दिया है कि किस मंत्री को कौन सा विभाग मिलना है।
