
मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार
रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के 36 जातियो ंको ओबीसी में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा है। राज्य सरकार की ओर से इन जातियों को ओबीसी की केन्द्रीय सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा है। ओबीसी के बीसी-1 और बीसी-2 कोटि में अधिसूचित कुल 36 जातियों को केंद्रीय ओबीसी की सूची में शामिल कराने की दिशा में सरकार प्रयासरत है। राज्य सरकार इस बाबत केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय को इस बाबत अनुरोध पत्र भेजेगी। मुख्यमंत्री हेमंत ने इससे संबंधित प्रस्ताव पर अपनी स्वीकृति दे दी है। झारखंड में यह सभी जातियां बीसी-1 और बीसी-2 में शामिल हैं, लेकिन केंद्र की ओबीसी की सूची में इसके शामिल नहीं होने से इन जातियों के उम्मीदवारों को केंद्र सरकार और केंद्रीय उपक्रमों की नौकरियों में आरक्षण का लाभ नहीं मिल पा रहा है। राज्य की बीसी-1 और बीसी-2 कोटि में जो जातियां सूचीबद्ध हैं, उनमें कुड़मी, माहिस्य, मगदा -गौड़ महाकुड़ ध्गोपध्ग्वाला, चंद्रवंशीध् रवानी, हजाम, बारी, बागची, राजभट (मुस्लिम) शाह, फकीर, मदार व देवान, शेख, कुम्हार/ कुंभकार, सोय, तिली /एकादश तिली /द्वादश टिली /एकादश तेली/ द्वादश तेली, वागाल/ खंडवाल खंडुवाल व खंडाइत, खैरा तथा परघा/ परीधा/पैरधा / पलीआर शामिल हैं।
