
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
झारखंड में हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार 5 दिसंबर को होगा, जिसमें कई नये चेहरो को मौका मिलने की संभावनायें जतायी जा रही है। बुधवार को राजभवन में मंत्रियों की लिस्ट सौंप दी जाएगी, गुरुवार दोपहर 12 बजे राजभवन में ही शपथ ग्रहण समारोह होगा।
कांग्रेस के कोटे से मंत्रियों के नामों का फैसला केन्द्रीय नेतृत्व ने लगभग कर लिया है और आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मंत्रियशें की सूची सौंप दी जायेगी। वहीं राजद की ओर से तेजस्वी याद व की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक नाम बताया जायेगा और उसी नाम पर अंतिम मुहर सीएम हेमंत सोरेन लगायेंगे। जेएमएम कोटे से मंत्री पद के लिए रामदास सोरेन, दीपक बिरुआ, मथुरा महतो, हफीजुल हसन का नाम आगे चल रहा है.साथ ही लुईस मरांडी और भवनाथपुर से जीते अनंत प्रताप देव का नाम भी चर्चा में हैं। वहीं, कांग्रेस के भीतर मंत्री पद को लेकर विमर्श चल रहा है। इसमें क्षेत्रीय समीकरण, जातीय समीकरण और महिला समीकरण को देखा जा रहा हैं। इसके अलावा नए चेहरों के साथ ही पुराने चेहरों पर भी विचार किया जा रहा है। पुराने चेहरों में रामेश्वर उरांव, दीपिका पांडेय सिंह, इरफान अंसारी शामिल हैं. जबकि नए में जय मंगल सिंह, रामचंद्र सिंह, ममता देवी, नमन विक्सल कोंगाड़ी के नाम चर्चा में हैं।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने जिस तरह से संथाल परगना में विजय हासिल किया है, उससे तय लग रहा है कि इलाके के विधायकों को तरजीह दी जाएगी. खुद हेमंत सोरेन साहेबगंज जिले के बरहेट विधानसभा से चुनकर आते हैं. वहीं दुमका जिले के जामा विधानसभा से जीत कर आयी लुईस मरांडी के नाम की भी चर्चा तेज है. लुईस मरांडी रघुवर सरकार में मंत्री पद संभाल चुकी हैं. वे चुनाव से ठीक पहले झामुमो पार्टी में शामिल होकर जामा विधानसभा से चुनाव लड़ीं और जीत हासिल की. सीता सोरेन के झामुमो छोड़ भाजपा में जाने के बाद पार्टी लुईस को मंत्री पद देकर भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को संदेश भी देना चाहती है कि वे पार्टी में रहते तो इसका फायदा शायद उन्हें ही मिलता.।
वहीं देवघर जिले के मधुपुर विधानसभा से जीतकर आये हाफिजुल हसन का फिर से मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है. घाटशिला विधायक रामदास सोरेन, चाईबासा विधायक दीपक बिरुआ, भवनाथपुर विधायक अनंत प्रताप देव का भी नाम शामिल बताया जा रहा है. हालांकि टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो और ईचागढ़ की विधायक सविता महतो का भी नाम मंत्री पद के लिए चर्चा में बना हुआ है.
उधर, राजद के एक विधायक को भी मंत्री पद दिया जाएगा। सुरेश पासवान को राजद विधायक दल का नेता बनाया गया है.ं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव और प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव भी दावेदारों की सूची में हैं। वहीं कांग्रेस के नामों पर विचार करें तो लोहरदगा विधानसभा से जीत कर आने वाले पूर्व मंत्री रामेश्वर उरांव का नाम फाइनल माना जा रहा है. जामताड़ा विधायक इमरान अंसारी को भी लिस्ट में शामिल करने की सूचना आ रही है. वहीं महागामा विधायक सह पूर्व मंत्री दीपिका पांडे सिंह को महिला कोटा से फिर मौका दिया जा रहा है. वहीं चौथे नाम पर पोड़ैयाहाट विधायक प्रदीप यादव के साथ-साथ छतरपुर विधायक राधाकृष्ण किशोर और कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी की चर्चा भी तेज है।
राजद कोटे से देवघर से जीत कर आये सुरेश पासवान या गोड्डा से जीत कर आये संजय यादव के नाम की चर्चा तेज है. हालांकि बताया जा रहा है कि सुरेश पासवान का नाम लगभग तय है. झारखंड से सटे बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. देवघर बिहार के बांका से सटा हुआ जिला है. ऐसे में सुरेश पासवान मंत्री पद के दौड़ में आगे हैं. झारखंड मुक्ति मोचा के नेता हेमंत सोरेन ने 28 नवंबर को झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित भव्य समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई थी.।उन्होंने चौथी बार सीएम पद को संभाला है। इस दौरान राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल समेत इंडिया गठबंधन के कई बड़े नेता शामिल हुए थे। झारखंड में 23 नवंबर को आए नतीजों में इंडिया गठबंधन को शानदार जीत मिली है। प्रदेश की कुल 81 सीटों में से जेएमएम को 34 सीटों पर जीत मिली. कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की। जबकि आरजेडी को 4 सीटों पर सफलता मिली है।
