
रांची: बिहार के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह ने महागठबंधन के भावी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि सरयू राय को स्पीकर या मंत्री बनाकर उनको उचित स्थान दें। नरेन्द्र सिंह ने कहा है कि सरयू राय के बगावत के कारण ही भाजपा की करारी हार हुई है। नरेन्द्र सिंह ने आज रिम्स जाकर लालू प्रसाद यादव से मुलाकत कर उनके स्वास्थ्य का हालचाल जाना। नरेन्द्र ािसंह ने कहा है कि सरयू राय जैसे जड़ से जुड़े आरएसएस एवं भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता को अपमानित करना पूरी भाजपा को महंगा पड़ा। सरयू राय ने भाजपा की हार की पटकथा लिखी। इसलिए अब झारखंड में हेमंत सोरेन सरयू राय को स्पीकर या मंत्री बनाकर उन्हें सम्मानित करने का कार्य करे। 19 वर्षों में 15 वर्ष तक भाजपा की सरकार यहां रही। मगर झारखंड का आपेक्षित विकास यहां नहीं हुआ। जबकि यहां दुनिया से सबसे अधिक खनिज संपदा है। हर तरह के संसाधान है। उन्होंने एक सवाल के जबाब में कहा कि झारखंड के चुनाव परिणाम का असर निश्चित तौर पर बिहार में होने वाले अगले वर्ष के विधानसभा पर पड़ेगा। अगर अभी बिहार में चुनाव हो जाए तो एनडीए 70-75 सीटों पर सिमट जाएगी।
नरेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी एवं अमित शाह की सरकार केवल देश में हिंदू-मुस्लिम एवं जातिवाद के नाम पर आपस में लड़ाकर रखना चाहती है ताकि लोगों का मूल समस्या से ध्यान हट जाए। देश में आर्थिक हालात, बेरोजगारी की स्थिति, मंहगाई चरम पर है। मगर सरकार इन सब से दूर एनआरसी एवं कैब पर अब देश को विभाजित करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में यह प्रयास होगा कि गैर एनडीए का मोर्चा बने। अभी चुनाव होने पर भाजपा की करारी हार होगी।
