होनहार बिरवान के होत चिकने पात कहावत को सिद्ध करते हुए प्रांजल अग्रवाल ने नेशनल लेटर राइटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया

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मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांचीः होनहार बिरवान के होत चिकने पात। यह कहावत बड़ोदरा के प्रांजल अग्रवालने सही साबित कर दिया है। वडोदरा शहर के 11 वर्षीय प्रांजल अग्रवाल ने भारतीय डाक विभाग द्वारा आयोजित नेशनल लेटर राइटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस प्रतियोगिता में देश भर से हजारों छात्रों ने भाग लिया था। प्रांजल अग्रवाल, जो वडोदरा के डॉन बॉस्को स्कूल में कक्षा 6 का छात्र है। प्रांजल ने समुद्रों की रक्षा – भविष्य की रक्षा विषय पर प्रभावशाली और भावनात्मक पत्र लिखा था। उनका यह पत्र गुजरात सर्कल में प्रथम चुना गया, और फिर नेशनल लेवल पर भी श्रेष्ठता साबित करते हुए पहला स्थान प्राप्त किया। प्रांजल ने पत्र में समुद्र की बढ़ती गंदगी, प्लास्टिक प्रदूषण, समुद्री जीवों के संकट और भविष्य की पीढ़ियों के लिए समुद्रों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया। इस सफलता पर प्रांजल ने बताया कि उन्हें प्रकृति से बेहद लगाव है और वह पर्यावरण की रक्षा के लिए हमेशा सजग रहते हैं। उन्हें अपने इस लेखन के लिए डाक विभाग की ओर से प्रमाण पत्र और पुरस्कार राशि भी प्राप्त हुई है।

उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके माता-पिता गौरवान्वित हैं, बल्कि स्कूल और शहर का भी नाम रौशन हुआ है।रांची भी उसकी उपलब्द्धि पर गौरवानिवत है। प्रांजल की इस रचनात्मक सोच और पर्यावरण के प्रति समर्पण ने देशभर के छात्रों के लिए एक प्रेरणा प्रस्तुत की है। संस्कार भारती के रांची महानगर के उपाध्यक्ष आशुतोष प्रसाद ने प्रांजल को बधाई देते हुए स्वर्णिम भविष्य की कामना की है।

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