
गुमलाः झारखंड में जल, जंगल और जमीन का नारा देनेवालों ने जल, जंगल और जमीन को लूटने का काम किया है और हमने बचाने का काम किया है जो पिछले पांच वर्षो में खुलकर जनता के सामने आयी है। झारखंड को बचाने का दावा करनेवाली राजनीतिक पार्टीयां झारखंड के जल, जंगल और जमीन काू लूटने का ही काम किया है। आदिवासियों के लिये हमारे सरकार ने ऐसे कार्य कर दिखाये हैं जो आनेवाली सरकारों को इससे आगे जाकर सोचना होगा। आदिवासी बहुल क्षेत्र का सर्वांगीण विकास और वहां के लोगों को रोजगार व स्वरोजगार प्रदान करना सरकार की प्राथमिकताओं में है। ऐसे क्षेत्रों में आईटीआई, नर्सिंग कॉलेज, कौशल विकास केंद्र, एकलव्य विद्यालय, नवोदय विद्यालय प्रारंभ करने की योजना है। आज ही गुमला में नर्सिंग कॉलेज का उद्घाटन हुआ है। जहां प्रशिक्षण के बाद शत प्रतिशत रोजगार मिलेगा। झारखंड में 14 एकलव्य विद्यालय के निर्माण कार्य का शिलान्यास करने खुद प्रधानमंत्री रांची आ रहे हैं। वे इन विद्यालय के साथ साथ नवनिर्मित विधानसभा का साहिबगंज में बंदरगाह का उद्घाटन करेंगे। ये बातें मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मंगलवार को गुमला में कही। वे यहां आयोजित दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल स्तरीय उज्जवला दीदी सह अतिरिक्त रिफिल वितरण समारोह में लोगों संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे इस बात की बहुत खुशी है कि मनरेगा में समय पर मजदूरों को उनकी मजदूरी उपलब्ध कराने वाला झारखंड देश का पहला राज्य है। ग्रामीण विकास विभाग बधाई के पात्र है। यह मजदूरों के प्रति विभाग की संवेदनशीलता को दर्शाता है। मुझे याद है 2014 में व्यापार सुगमता मामले में झारखंड का स्थान 29वां था। आज हम चैथे स्थान पर हैं। यह सब राज्य की जनता के सहयोग से संभव हुआ। अब हम पूरे देश में झारखंड का परचम लहराने की ओर अग्रसर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जल, जंगल और जमीन केवल नारा नहीं, हमारी विरासत और अमानत है। जल, जंगल और जमीन का नारा देने वालों ने सबको गुमराह किया। हमने जल जंगल और जमीन को संरक्षित किया है। तभी तो 2014 से पूर्व राज्य का 29ः क्षेत्र वनों से आच्छादित था। आज 2019 में 33ः हो गया। जल जंगल जमीन का नारा लगाने वाले संस्कृति पर हमला करने वाले ये विकास विरोधी शक्ति है। यह सिर्फ आपके बीच दुष्प्रचार करते हैं। यह नहीं चाहते कि आदिवासियों का कल्याण हो। आदिवासी भी समाज की अग्रिम पंक्ति में खड़े हो। ऐसे लोगों को यह बताने का वक्त आ गया है कि आदिवासी समाज अब जाग गया है, जागरूक हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य के किसानों सहित गुमला के 90 हजार किसानों को मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत पहली किस्त दी जा चुकी है। दुर्गा पूजा से पहले दूसरी किस्त किसानों के खाते में पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव ने कहा कि हमें अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तन्मयता के साथ पूरा करना चाहिए। राज्य सरकार योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य कर रही है। उज्ज्वला योजना के तहत राज्य के लाभुकों को सिलेंडर के साथ रेगुलेटर, चूल्हा और अतिरिक्त रिफिल भी दिया जा रहा है। सरकार बिना किसी भेदभाव के उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना समेत तमाम योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचा रही है। अब लगता है अलग राज्य के विकास की जो परिकल्पना लोगों ने की थी। वह पूर्ण होगा। मुख्यमंत्री से एक अनुरोध है कि जिस तरह राज्य के अन्य जिलों में प्रेस क्लब का गठन किया गया है। उस तरह गुमला में भी प्रेस क्लब के गठन की स्वीकृति प्रदान करें।
