
रांची: झारखंड में नौकरशाह सत्ता की चासनी चाटने को आतुर हैं और ऐसे में खाकी को छोड़कर खादी पहने का मन बना लिया है। पहले डीजीपी बीडी राम, एडीजी लक्ष्मण सिंह सहित कई वर्दीधारियों ने वर्दी को अलविदा कहकर खादी का मजा ले रहे हैं। राज्य के सीनियर आईपीएस अफसर एडीजी रेजी डुंगडुंग के वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति) का आवेदन सरकार ने मंजूर कर लिया है। सरकार ने 16 अक्टूबर 2019 के प्रभाव से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की स्वीकृति प्रदान की है। इससे संबंधित आदेश गृह विभाग ने जारी कर दिया। वायरलेस एडीजी रेजी डुंगडुंग 1987 बैच के अफसर हैं। माना जा रहा है कि डुंगडुंग वीआरएस लेने के बाद आसन्न विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। हालांकि, इस पर फैसला वे वीआरएस में जाने के बाद ही करेंगे। वे किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या फिर निर्दलीय उतरेंगे, यह भी उसी समय निर्णय लेंगे। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि रेजी डुंगडंग कांग्रेस और झामुमा के काफी नजदीक होने के कारण सिमडेगा, खूंटी और गुमला किसी भी सीट से अपना भाग्य आलजमा सकते हैं। रेजी डुंगडुंग ईसाई समुदाय से आते हैं और इस कारण भाजपा विरोधी मतों की संख्या इन तीनों ही सीेटों पर अधिक होने के कारण उन्होेंने अपना मन बनाया है।
