
कोडरमा: बरही के पूर्व भाजपा विधायक उमाशंकर अकेला को हत्या के आरोप में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला सहित 12 आरोपितों ने बुधवार को कोडरमा कोर्ट में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शेखर कुमार के समक्ष समर्पण किया। न्यायालय ने सभी को न्यायिक अभिरक्षा में कोडरमा कारागृह भेज दिया। उल्लेखनीय है कि चंदवारा थाना अंतर्गत घोरवाटांड़ निवासी सरस्वती शिशु मंदिर के शिक्षक कवि कुमार गुप्ता की मौत 11 सितम्बर, 2016 को हो गयी थी। मामला उस समय तूल पकड़ लिया जब कवि कुमार गुप्ता का शव उरवां मोड़ के समीप शंकर मेडिकल के पास चंदवारा के दो युवक छोड़ कर भाग गए थे। आनन-फानन में तत्कालीन चंदवारा थाना प्रभारी वकार हुसैन ने बिना परिजनों के सूचना दिए कोडरमा सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम करवा दिया था। परिजनों ने कवि कुमार की हत्या की आशंका जाहिर की और कोडरमा सदर अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जिसमें कवि कुमार गुप्ता की मौत पानी में डूबने से बताया गया था, उस पर एतराज जताया तो मामला और गंभीर हो गया। इसके साथ ही बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला व 12 नामजद अभियुक्तों ने चंदवारा थाना क्षेत्र में वर्ष 2016 में हुए सांप्रदायिक विवाद मामले में भी आरोपित थे। इस घटना में पूर्व विधायक सहित अन्य लोगों के साथ नामजद अभियुक्त बनाया गया था। इसके पूर्व उन्होंने कोडरमा में प्रेस वार्ता कर कहा कि न्यायालय का सम्मान करते हुए वारंट निर्गत के पहले तीन वर्ष पुराने कांड संख्या 72ध्16 एवं 74ध्16 में अपने साथ 12 अन्य नामजद अभियुक्तों के साथ न्यायालय में आत्मसमर्पण कर रहे हैं। कहा कि राजनीतिक व सामाजिक कार्यकर्ता होने के नाते अत्याचार के खिलाफ लड़ाई में अगर जेल जाना पड़ रहा है तो वे कभी पीछे नहीं हटेंगे। पूर्व विधायक अपने दर्जनों समर्थकों के साथ बड़े ही अलग अंदाज में रैली की शक्ल में कोडरमा पहुंचे। पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला समेत बीससूत्री अध्यक्ष अज्जू सिंह, अरुण सिंह, अशोक सिंह, बबलू यादव, कुलदीप सोनार, भरत मोदी, घनश्याम मोदी, रामप्रसाद सोनार, द्वारिका प्रसाद राणा, अनिल सोनार के विरुद्ध चंदवारा थाना में कांड संख्या 72/16 एवं कांड संख्या 74/16 में पूर्व विधायक समेत लगभग 30 लोगों के विरुद्ध सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने का आरोप है। तत्कालीन हेडक्वार्टर डीएसपी कर्मपाल उरांव व अंचलाधिकारी नंदकुमार राम के द्वारा मामला दर्ज करवाया गया था। बरही के पूर्व विधायक उमाशंकर अकेला यादव के साथ कोडरमा न्यायलय में आत्मसमर्पण करने वालों में काली यादव, त्रिभुवन मोदी, रामप्रकाश स्वर्णकार, संतोष स्वर्णकार, दिलीप राणा, प्रमोद वर्मा, रंजीत सोनी, धीरज सोनी, दीपक सोनी, संदीप सोनी व महेंद्र सोनी शामिल है। उमाशंकर अकेला के जेल भेजे जाने के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर जारी सुगबुगाहट भी शुरू हो गयी है कि बरही विधानसभा सीट से भाजपा का प्रत्याशी कौन होगा ? झारखंड में अगले दो महीने में विधानसभा चुनाव होने है।
