दूसरे चरण के लिये 20 सीटों पर आज डाले जायेंगें वोट, मुख्यमंत्री रघुवर दास समेत दिग्ग्जों के भाग्य ईएम में बंद करेंगें मतदाता

Jharkhand झारखण्ड

रिपोर्टः- जमशेदूपर से अशोक कुमार

जमशेदपुर:- दूसरे चरण के विधानसभा चुनाव में आज 20 विधानसभा सीटों पर मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य की चाबी ईएम मशीनों में कैद कर लेंगें। झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में आज 20 सीटों पर मतदान है। झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान होगा. इसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास की जमशेदपुर पूर्वी सीट भी शामिल है, जहां उनके खिलाफ पार्टी के ही बागी नेता सरयू राय के लड़ने से मामला दिलचस्प हो गया है. राज्य की 20 सीटों पर कुल 260 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार चैबे ने कहा, ष्20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 48,25,038 वोटर हैं, जिसमें 23,93,437 महिला और 90 थर्ड जेंडर है। मतदान के लिए कुल 6,066 बूथ बनाए गए हैं. इसमें 1,016 बूथ शहरी और बाकी केंद्र ग्रामीण इलाके में हैं.ष् उन्होंने बताया कि 1,662 मतदान केंद्रों से वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई है.पुलिस सूत्रों ने बताया कि 40,000 जवानों को दूसरे चरण के मतदान की सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है. नक्सली इलाके में स्थित मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी.पूर्वी जमशेदपुर और पश्चिमी जमशेदपुर में जहां सुबह सात से पांच बजे तक मतदान होगा, वहीं अन्य 18 सीटों की संवेदनशीलता को देखते हुए वहां दिन में तीन बजे तक ही मतदान होगा. दूसरे चरण में 16 अनुसूचित जनजाति (एसटी) और एक सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है. चुनाव लड़ रहे कुल 260 उम्मीदवारों में 20 महिलाएं हैं. जमशेदपुर की दोनों सीटों पर 20-20 प्रत्याशी हैं. सबसे कम सरायकेला विधानसभा सीट पर सात उम्मीदवार हैं. विधानसभा सीटों के लिहाज से देखें तो सबसे ज्यादा 20-20 प्रत्याशी जमशेदपुर (पूर्वी) और जमशेदपुर (पश्चिमी) सीट से हैं. इसके अलावा बहरागोड़ा सीट के लिए 14, घाटशिला से16, पोटका से10, जुगसलाई से 10, सरायकेला से सात, खरसावां से 16, चाईबासा से 13, मझगांव से 16, जगन्नाथपुर से 13, मनोहरपुर से14, चक्रधरपुर से 12, तमाड़ से17, मांडर से13, तोरपा से आठ, खूंटी से11, सिसई से10, सिमडेगा से 11 और कोलेबिरा सीट के लिए नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। सीएम रघुवर दास समेत विधानसभा अध्यक्ष, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष, 2 मंत्री, 4 पूर्व मंत्री, दो पूर्व आईएएस-आईपीएस की प्रतिष्ठा दांव पर है। 2014 में इन सीटों में से भाजपा व झामुमो ने 8-8, आजसू ने 2 सीटें जीती थीं। इस बार सबको घर बचाने की चुनौती है। जमशेदपुर पूर्वी सीट पर झारखंड ही नहीं, पूरे देश की नजर है। वजह…यहां मुख्यमंत्री रघुवर दास और उनकी सरकार में खाद्य आपूर्ति मंत्री रहे सरयू राय आमने-सामने हैं। 2014 में सरयू जमशेदपुर पश्चिम से भाजपा के टिकट पर जीते थे। इस चुनाव में टिकट कटा तो उन्होंने चुनावी मैदान में सीएम को चुनौती दे दी। रघुवर दास छठवीं बार बाजी मारने की तैयारी में हैं। कैबिनेट में उनके साथ रहे सरयू राय निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सामने खड़े हैं। कांग्रेस नेे राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. गौरव वल्लभ को मैदान में उतारा है, तो झाविमो से तीसरी बार मैदान में अभय सिंह हंै। इस बार मुकाबला कड़ा है और माना जा रहा है कि सबसे रोचक चुनावी संघर्ष इस सीट पर देखने को मिलेगा। बहरागोड़ा सीट पर मुख्य मुकाबला भाजपा के कुणाल षाड़ंगी और झामुमो के समीर मोहंती के बीच है। हाल में ही कुणाल ने झामुमो छोड़कर भाजपा का दामन थामा है। वहीं भाजपा में रहे समीर मोहंती ने चुनाव से पहले झामुमो में इंट्री ली है। अचानक हुए इस उलटफेर को ना तो कार्यकर्ता और ना ही जनता पचा पा रही है।
घाटशिला सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय है। भाजपा के लखन मार्डी, झामुमो से रामदास सोरेन और आजसू पार्टी से प्रदीप कुमार बलमुचू मैदान में हैं। रामदास और बलमुचू यहां से पहले भी विधायक रह चुके हैं। भाजपा ने लक्ष्मण टुडू का टिकट काट कर इस बार स्थानीय लखन मार्डी को मैदान में उतारा है। पोटका सीट से लगातार तीसरी जीत दर्ज करने के लिए भाजपा से प्रत्याशी मेनका सरदार मैदान में हैं। वहीं, झामुमो ने दूसरी बार संजीव सरदार पर दांव खेला है। पूर्वी सिंहभूम की जिला परिषद अध्यक्ष बुलू रानी सिंह आजसू से चुनाव लड़ रही हैं। यहां इसबार मुकाबला त्रिकोणीय हैं, वैसे यहां से 10 उम्मीदवार मैदान में हैं।जुगसलाई सीट से लगातार दो बार जीत रहे रामचंद्र सहिस तीसरी बार आजसू के टिकट पर मैदान में हैं। वहीं झामुमो ने दूसरी बार मंगल कालिंदी को मैदान में उतारा है। गठबंधन के कारण दस साल बाद भाजपा ने इस सीट से अपना प्रत्याशी उतारा है। भाजपा ने मुचीराम बाउरी को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट से 10 प्रत्याशी मैदान में हैं। जमशेदपुर पश्चिमी सीट से कांग्रेस प्रत्याशी बन्ना गुप्ता के खिलाफ इस बार भाजपा ने नया चेहरा देवेंद्र नाथ सिंह को मैदान में उतारा है। इस सीट से सरयू राय का टिकट कटा था। ‘आप’ से शंभू चैधरी, एआईएमआईएम से रियाज शरीफ मैदान में हैं। यहां वोटों के ध्रुवीकरण से जीत हार का गणित तय होगा। इस सीट पर 20 प्रत्याशी हैं। सरायकेला सीट से लगातार चैथी जीत के लिए झामुमो के चंपई सोरेन मैदान में हैं। भाजपा ने दूसरी बार गणेश महाली को चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा के पूर्व विधायक रहे अनंत राम टुडू का टिकट कटने पर उन्होंने आजसू का दामन थामा और चुनावी मैदान में हैं। यहां से 7 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। विधानसभा क्षेत्र में 431 बूथ हैं। खरसावां सीट पर इस बार 16 प्रत्याशी मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला झामुमो के दशरथ गागराई और भाजपा के जवाहरलाल बानरा के बीच है। दशरथ तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। आजसू ने संजय जारिका को मैदान में उतारा है। इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा चुनाव लड़ते रहे हैं इसलिए उनके भी यह प्रतिष्ठा की सीट है। चाईबासा सीट से लगातार तीसरी जीत दर्ज करने के लिए झामुमो के दीपक बिरूआ मैदान में हैं। पिछले चुनाव में हारने वाले जेबी तुबिद को भाजपा ने दूसरी बार उम्मीदवार बनाया है। 2014 में तुबिद प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे। झाविमो के चांद मुनी बलमुचू भी जोर आजमाइश कर रही हैं। मझगांव सीट से झामुमो ने एक बार फिर निरल पूर्ति को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं भाजपा ने नए चेहरे भूपेंद्र पिंगुवा को टिकट दिया है। नाराज होकर भाजपा नेता बड़कुंवर गागराई भारतीय आजाद सेना के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। आजसू ने नंद लाल बिरुआ को मैदान में उतारा है। जगन्नाथपुर सीट पर कोड़ा दंपती का 20 साल से कब्जा रहा है। इस बार मधु कोड़ा के करीबी सोना राम सिंकू को कांग्रेस से टिकट मिला है। वहीं, भाजपा ने सुधीर सुंडी को मैदान में उतारा है। सुधीर पार्टी के पुराने कार्यकर्ता हैं। वहीं झामुमो के पुराने नेता मंगल सिंह बोबोंगा झाविमो से चुनाव लड़ रहे हैं। मनोहरपुर सीट से झामुमो ने इस बार भी जोबा मांझी को प्रत्याशी बनाया है। जोबा जीत की हैट्रिक लगाने की उम्मीद में इस बार मैदान में हैं। भाजपा ने गुरुचरण नायक को उम्मीदवार बनाया है। झाविमो ने सुशीला टोप्पो को मैदान में उतारा हैं तो आजसू ने बिरसा मुंडा को टिकट दिया है। कोलेबिरा सीट पर सभी मुख्य दलों ने चेहरा बदल दिया है। भाजपा ने मनोज नागेशिया की जगह सुजान जोजो को उतारा है। झापा से एनोस एक्का की बेटी आयरीन एक्का मैदान में हैं। 2014 में कांग्रेस सेे थियोडोर किरो चुनाव लड़े थे। 2018 उप चुनाव में जीते नमन विक्सल कोनगाड़ी को कांग्रेस ने उतारा है। तमाड़ सीट पर इस बार सबकी नजर है। नक्सली से नेता बने कंुदन पाहन झापा के टिकट पर जेल से चुनाव लड़ रहा है। चुनावी मैदान में झामुमो के विकास कुमार मुंडा, एनसीपी के गोपालकृष्ण पातर और भाजपा की रीता देवी भी हैं। यहां मुकाबला दिलचस्प है और परिणाम पर सबकी नजर रहेगी। मांडर सीट पर भाजपा ने चेहरा बदला है। सिटंग विधायक गंगोत्री कुजूर के बदले देवकुमार धान को उतारा है। भाजपा जीत दोहराना चाहेगी। लेकिन, झाविमो से बंधु तिर्की और कांग्रेस से सन्नी टोप्पो चुनावी मैदान में हैं। पिछली बार जीत-हार का मार्जिन करीब 4ः था। इस बार भी रोचक मुकाबला होगा। चक्रधरपुर सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला है। भाजपा ने यहां से प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा को उतारा है। झामुमो ने शशि भूषण सामड का टिकट काटकर सुखराम उरांव को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, बागी होकर शशि भूषण झाविमो से चुनाव लड़ रहे हैं। आजसू ने रामलाल मुंडा को उतारा है। चुनावी मैदान में ‘लक्ष्मण’ से दो ‘राम’ और एक ‘शशि’ से रोचक मुकाबला है। सिसई सीट पर दो पुराने चेहरे आमने-सामने हैं। भाजपा के दिनेश उरांव जीत दोहराने की कोशिश में हैं। झामुमो ने दोबारा जिगा सुसारन होरो को उतारा है। दिनेश उरांव विधानसभा अध्यक्ष रहे हैं। उन्हें जीत की डबल की उम्मीद है। पिछली बार जिगा 2593 वोटों से हारे थे। उन्हें बाजी पलट देने का भरोसा है। यहां 10 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। झाविमो से लोहोर मेन उरांव मैदान में हैं।
खूंटी सीट पर भाजपा प्रत्याशी नीलकंठ सिंह मुंडा को झामुमो के सुशील पाहन और झाविमो की दयामनी बारला से टक्कर मिल रही है। 2014 में नीलकंठ विधायक चुने गए थे। उन्होंने झामुमो के जिदन होरो को 21 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। इस बार झामुमो ने चेहरा बदल दिया है। मुकाबले में सुशील को उतारा है। खूंटी से 11 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *