लालू आ सकते हैं पेरोल पर बाहर, शपथग्रहण समारोह में शामिल होने के लग रहे हैं कयास

Jharkhand झारखण्ड

अशोक कुमार की रिपोर्ट:-
रांची: झारखंड से रघुवर सरकार के बिदाई के साथ ही लालू प्रसाद यादव के उपर लगी हुई सख्ती कुछ कम होने के संकेत दिखने लगे हैं। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पेरोल पर शपथग्रहण समारोह में शामिल होने की बातें सामने आने लगी हैं। झारखंड की सत्‍ता में बदलाव का बड़ा फायदा लालू प्रसाद यादव को मिल सकता है। चारा घोटाले के चार मामलों के  सजायाफ्ता रांची के‍ बिरसा मुंडा जेल में बंद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव जल्‍द ही खुली हवा में सांस ले सकते हैं। लालू को कुछ दिनों का पैरोल मिल सकता है।  कल पूरे दिन झारखंड के सियासी गलियारे में लालू की आजादी की खूब चर्चा रही। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पैरोल का आवेदन हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने की अनुमति के लिए दिया जा सकता है। हालांकि बिरसा मुंडा होटवार केंद्रीय कारा के जेल अधीक्षक अशोक कुमार चैधरी ने फिलहाल ऐसे किसी आवेदन से इन्कार किया है। झारखंड में भाजपा के सत्‍ता से बेदखल होने के बाद झामुमो, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को सरकार बनाने का मौका मिला है। ऐसे में माना जा रहा है कि रांची के रिम्‍स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लालू के दिन अब फिरेंगे। इधर झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्‍व में झामुमो, कांग्रेस और राजद की महागठबंधन सरकार का ताना-बाना बुनने लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्‍वी यादव राजधानी रांची पहुंचे हैं। तेजस्‍वी ने बीते दिन राज्‍यपाल द्रौपदी मूर्मू से मिलने के क्रम में लालू के शपथ ग्रहण में शामिल होने के सवाल पर मुस्‍कुराहट में जवाब दिया। तेजस्‍वी ने कहा कि राजद सरकार में अपनी भूमिका को लेकर खासा सक्रिय है। जेल अधीक्षक अशोक कुमार चैधरी ने बताया कि पैरोल के लिए भी नियम-कानून है। यह आकस्मिक स्थिति में ही कैदी को दिया जाता है। जैसे परिवार के शादी-विवाह हो या फिर कोई अनहोनी हुई है। किसी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पैरोल देने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें आवेदन नहीं मिला है। आवेदन आने के बाद ही वे इस संबंध में कुछ बता पाएंगे। हाल ही में लालू प्रसाद यादव की जमानत याचिका हाई कोर्ट से खारिज हुई है। चारा घोटाले के दुमका कोषागार मामले में लालू ने आधी सजा पूरी होने के आधार पर अदालत से जमानत मांगी थी। जिसे उच्‍च न्‍यायालय ने सुनवाई के बाद खारिज कर दिया। इससे पहले लालू को देवघर मामले में झारखंड हाई कोर्ट से जमानत दी जा चुकी है। झारखंड में महागठबंधन सरकार बनने पर लालू ने ट्वीट के जरिये अपनी खुशी का इजहार किया था। तब लालू ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्‍यक्ष हेमंत सोरेन को शुभकामना और आशीष देते हुए लिखा कि मेरी मनोकामना पूरी हुई। अहंकार और पाखंड का अवसान हो गया। बहरहाल लालू की मनोकामना पूरी होने को उनके पैरोल से जोड़कर देखा जा रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के अध्‍यक्ष और झारखंड के भावी मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन बुधवार को लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की हैं। हेमंत के साथ लालू के छोटे बेटे तेजस्‍वी यादव भी अपने पिता से मिलेे। इस दौरान झारखंड में बनने वाली महागठबंधन सरकार की दशा-दिशा और आगे की सियासी रणनीति पर चर्चा हुई। तेजस्वी यादव ने कहा है कि लालू प्रसाद यादव को ईलाज के लिये बेहतर सुविधायें दिलाने की कोशिश की जायेगी। रघुवर सरकार की बंदिशों के कारण लालू प्रयाद की तबयित काफी खराब हुई है।

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