
रांची से अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: राजनीति के रंग बहुतेरे होते हैं। राजनीति में कब कौन किसके साथ मिल जायें और कब किसके साथ दुश्मनी साध ले । यह हम कह नहीं सकते। झारखंड की राजनीति में कुछ ऐसा ही होता दिखाई देता है। झारखंड की राजनीति में राज्यसभा चुनाव में अब राजनीति करवट लेने लगी है। भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के साथ जाकर नामांकन तो किया लेकिन रविवार आते ही रघुवर दास के कट्टर प्रतिद्वंदी विधायक सरयू राय के दरबार में समर्थन मांगने पहुंच गये। सरयू राय के रांची आवास पर पहुंचे बोकारो के विधायक विरंची नारायण, चतरा के सांसद सुनील सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को पूर्व मंत्री ने चुनाव में मदद का सीधा भरोसा तो नहीं दिया, लेकिन अपने चुनाव क्षेत्र जमशेदपुर पूर्वी के शुभचिंतकों से बात करने के बाद फैसला लेने की बात कही है। इससे पहले कहा गया था कि झारखंड से राज्यसभा के लिए खाली हुई दो सीटों पर दो ही उम्मीदवार उतारे जाने चाहिए थे। तीसरे उम्मीदवार के उतारे जाने से प्रतिद्वंद्विता बढ़ गई है। राज्यसभा चुनाव 2020 के लिए झारखंड में दो सीटों पर हो रहा चुनाव खासा रोचक हो गया है। हालांकि इसमें से एक सीट पर झामुमो उम्मीदवार शिबू सोरेन की जीत तय मानी जा रही है। जबकि दूसरी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार शहजादा अनवर के मैदान में आ जाने से मुकाबला होना तय है। इधर रविवार को भाजपा के बागी और पूर्व मंत्री सरयू राय के पास भाजपा के उम्मीदवार दीपक प्रकाश अपनी जीत पक्की करने पहुंचे। चुनाव में समर्थन के लिए निर्दलीय विधायक सरयू राय से भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश ने मुलाकात कर भाजपा के पक्ष में वोट करने की अपील की है। भाजपा के केन्द्रीय नेताओं से भी सरयू राय की मुलाकात बतायी जा रही है। सरयू राय ने हाल ही में कहा है कि सोमवार को सरयू राय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव से मिलकर कांग्रेस के प्रत्याशी शहजादा अनवर के नाम वापस लेने की अपील करेंगें।
