रांची से अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: इटली से लौटे युवक को रांची पुलिस ने जबरन आइशोलेशन वार्ड में भर्ती कराया है। युवक खुद को आइसोलेशन में जाने से इंकार कर रहा था और थोथी दलील दे रहा था। युवक के लिये पुलिस खुद घर जाकर उसे रांची के रिम्स में भर्ती कराने का प्रयास किया लेकिन युवक की जीद के बाद पुलिस ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए उसे भर्ती कराया है। इटली से आए एक 24 वर्षीय युवक की सीएचसी बुढ़मू में जांच की गई। डॉक्टर संतोष कुमार ने युवक की जांच कर 14 दिनों के लिए उसे होम आइसोलेशन में रखने का निर्देश दिया। डॉक्टर ने कहा कि वह युवक इटली से भारत अपने देश लौटा है। लेकिन, संक्रमण की पुष्टि नही हुई है। फिर भी स्थिति की गंभीरता को देखते हुए उसे 14 दिन होम आइसोलेशन में रखने का निर्णय लिया गया है। उक्त युवक को रिम्स आइसोलेशन में भेजा जा रहा था, परन्तु उसने जाने से इन्व्कार कर दिया। इस दौरान बुढ़मू थाना प्रभारी सिधेश्वर महथा से युवक की बहस भी हुई। ज्ञात हो कि युवक के दो दिन पूर्व इटली से आने की खबर ग्रामीणों ने प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार को दी थी। इस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी बुढ़मू संजीव कुमार, अंचलाधिकारी बुढ़मू मधुश्री मिश्रा, सीएचसी प्रभारी बुढ़मू संतोष कुमार, बुढ़मू थाना प्रभारी सिधेश्वर महथा टीम बना कर युवक के गांव पहुंचे और उसे सीएचसी बुढ़मू लाए। यहां उसकी जांच की गई। कोरोना वायरस की गंभीरता को देखते हुए मुख्यालय सहित प्रखंड के अधिकारी पूरी तरह सजग हैं। इधर, युवक का कहना था कि मेरी कोलकाता व रांची में जांच हुई है। वहां पर कुछ नहीं निकला है, तो मैं आइसोलेशन के लिए रिम्स क्यों जाऊं ? इटली से आने के बाद युवक केवल अपने घर के परिवार वालों से मिला। उसे परिवार वालों ने घर में ही एक अलग कमरे में रहने की व्यवस्था कर दी। उसके आने की सूचना मिलते ही ग्रामीण सर्तक थे। राजधानी रांची के रिम्स के पेइंग वार्ड में कोरोना वायरस के छह संदिग्ध भर्ती हैं। अभी यह नहीं पता कि उनका रिपोर्ट निगेटिव आएगा या पॉजिटिव। इसे देखते हुए एहतियात के तौर पर रिम्स प्रबंधन ने सभी मरीजों से अपील की है कि जब तक कोरोना का खतरा कम या खत्म ना हो जाए तब तक वे छोटी बीमारियों के लिए रिम्स का चक्कर कम लगाएं। रिम्स प्रबंधन ने लंबे समय से भर्ती मरीज, जो ठीक हो चुके हैं, उनकी काउंसलिंग कर छुट्टी देने का निर्देश विभागाध्यक्षों को दिया है। कोरोनावायरस के खौफ ने रिम्स के ओपीडी में आधा से ज्यादा मरीजों की संख्या कम कर दी है। जहां एक दिन में 1500 से 2000 मरीज इलाज के लिए रिम्स पहुंचते थे। वहीं बीते एक सप्ताह से औसतन 500 से 700 मरीज पहुंच रहे हैं। रिम्स प्रबंधन कोरोना वायरस को लेकर लगातार सक्रिय है और इससे निपटने के लिए सभी चिकित्सक लगातार प्रयास में लगे हैं। कोरोना वायरस से निपटने के लिये राज्य सरकार ने विभिन्न अस्पतालों में गंभीरता से कार्य कर रही है। बूढ़मू के इस युवक के आईसोलेशन के बाद पुलिस ने रांची वासियो को सतर्क कर दिया है।
