
मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्ट
रांची: राजधानी रांची का हिन्दपीढ़ी केवल चर्चा का ही विषय नहीं बना हुआ है बल्कि हिन्दपीढ़ी के कोरोना मरीजों को लेकर झारखंड हाईकोर्ट भी अब चिन्तित दिखाई दे रहा है। कोरोना के मरीज जब बढ़ रहे थे तो हिन्दपीढ़ी से ही कोरोना के मरीज काफी संख्या में बढ़े जो बेहद ही चिन्ताजनक थी। झारखंड हाई कोर्ट ने झारखंड सरकार से पूछा है कि रांची के हिंदपीढ़ी में अब तक कितने लोगों की कोरोना जांच हुई है। अदालत में दाखिल एक याचिका पर मंगलवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने यह सवाल किया। झारखंड हाई कोर्ट में कोरोना को लेकर स्वतः संज्ञान से दर्ज जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। मुख्य न्यायधीश की खंडपीठ ने राज्य सरकार से पूछा कि रांची के हिंदपीढ़ी की कितनी जनसंख्या है और कितने लोगों की कोरोना वायरस की जांच की गई है। इसके अलावा अदालत ने यह भी पूछा है कि रेड जोन से आने वाले कितने प्रवासी मजदूरों के कोरोना वायरस की जांच की गई है। सरकार को इसकी पूरी जानकारी 29 मई को अदालत में दाखिल करनी है। अधिवक्ता इंद्रजीत सिन्हा के पत्र पर हाई कोर्ट स्वत संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई कर रहा है। इस सुनवाई के बाद झारखंड सरकार के अधिकारियों पर हिन्दपीढ़ी के इलाके में जांच तेजी से कराने का दबाव बढ़ गया है जिसे देखते हुए अब झारखंड सरकार के अधिकारी इस अलाके में तेजी से जांच करायेंगें।
