श्रीराम का मंदिर बनेगा अयोध्या में राजनीति हो रही हैं रांची में, भाजपा और कांग्रेस में श्रेय लेने की लगी होड़

Jharkhand झारखण्ड देश राजनीति साहित्य-संस्कृति

मुखर संवाद के लिये अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांचीरू भारत और भारतीयों के लिये 5 अगस्त का ऐतिहासिक दिन हमेषा ही याद रखा जायेगा। राम मंदिर के निर्माण से लेकर आंदोलन तक सभी को रामंमदिर का संघर्ष अपने पूरे जीवन में याद रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को शुभ मुहूर्त में इसकी नींव भी रख दी। इधर, झारखंड में इस पर राजनीति शुरू हो गई है। देश के दो बड़ी पार्टियां इसका श्रेय लेने की होड़ में लग गई हैं। एक ओर भाजपा इसे लोगों की आस्‍था से जोड़ते हुए राम मंदिर निर्माण को करोड़ों भारतीयों के तपस्या का परिणाम बता रही है, वहीं दूसरी ओर झारखंड कांग्रेस अपने पूर्ववर्ती केंद्र सरकारों में प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी और नरसिम्हा राव को राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्‍त करने की बात कह रही है। भले ही अयोध्या में श्रीराम मंदिर के शिलान्यास का जश्न भाजपा ने सामुहिकता में नहीं मनाया हो लेकिन प्रदेश कार्यालय समेत सभी जिलों में दीप जलाकर इस ऐतिहासिक मौके का जश्न मनाया। प्रदेश कार्यालय समेत अन्य जिलों के कार्यालयों में दीपावली का नजारा देखने को मिला। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मिठाईयां बांटकर अपनी खुशियां साझा की।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि स्थल पर भव्य राम मंदिर निर्माण करोड़ों भारतीयों के संघर्ष और तपस्या का परिणाम है। राम के बिना भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रदेश भाजपा और झारखंड की जनता की ओर से आभार प्रकट किया। प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करते हुए कहा कि राम मंदिर का भूमि पूजन भारत की सांस्कृतिक चेतना का मूर्त रूप से प्रकटीकरण है।

देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भी राम मंदिर के जश्न से खुद को अलग नहीं करके बल्कि खुद को शामिल कराकर भाजपा से रा मंदिर को राजनीतिक हथियार बनाने का अवसर भी छीनने का प्रयास किया है। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर भूमिपूजन के मौके पर बुधवार को प्रदेश कांग्रेस भवन समेत सभी जिला मुख्यालयों में पार्टी कार्यालय में दीप प्रज्ज्वलित किया गया और मिठाइयां बांटी गईं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्य के खाद्य आपूर्ति मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि कांग्रेस की आस्था मंदिर निर्माण में शुरू से ही रही है। उन्होंने कहा कि इस बात की सभी को जानकारी होनी चाहिए कि राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का काम सबसे पहले प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने किया था और बाद में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने इसे आगे बढ़ाने का काम किया था। उन्होंने कहा कि गांधीजी भी रामराज्य की कल्पना करते रहे और जब आजादी के बाद देश में कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनी, तो सभी वर्ग-समुदाय को साथ लेकर रामराज्य की बुनियाद रखी गयी। अफसोस है कि भाजपा-संघ ने सिर्फ 100-150 की संख्या में लोगों को आमंत्रित किया है, जबकि पूरा देश भूमि पूजन में शामिल होना चाहता था। कांग्रेस के प्रभारी उमंग सिंगार ने कहा है कि राम तो सबके हैं। सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनबद्धता राम नाम का सार है। राम सबमें है, राम सबके साथ हैं। राम और सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर है।झारखंड के अंदर राम मंदिर को लेकर राजनीतिक दलों कांग्रेस और भाजपा में राजनीतिक जंग छिड़ गयी है जिसे झारखंडी जनता मजे लेकर देख रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *