


रांची से अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को भले ही जनता ने चुनाव में नकार दिया है लेकिन कोरोना के संकट के इस दौर में राज्य की जनता खासकर कोराना सकं्िरमत मरीज याद कर रहे है। कोरोना के अस दौर मंे मरीजो को घर से अस्पताल लाने और समय पर ईलाज कराने में पूर्व की रघुवर सरकार की 108 नम्बर एंबुलेंस कारगर साबित हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 108 नंबर एंबुलेंस की शुरूआत दूरदराज के इलाके से मरीजों को लाने के लिये किया था। जो अब हेमंत सरकार में कोरोना संक्रमित को लाने मं बेहद कारगर साबित हो रही है। पिछले चार महीने से कुछ अधिक समय में 108 एंबुलेंस ने 9266 मरीजों को अस्पताल तक पहुंचाया है और इनमें से ल्रभग सभी मरीजों के जीवन की रक्षा हो सकी है। मरीजों की संख्या के हिसाब से विभिन्न शहरों में कोरोना संक्रमितों के लिए अलग से एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। राज्य में सबसे अधिक रांची और जमशेदपर में 108 एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है। प्रदेश की राजधानी रांची और जमशेदपुर में दस-दस एंबुलेंस हैं जबकि धनबाद में आठ एंबुलेंसकी व्यवस्था है। इसके अलावा राज्य के अन्य जिलों में 3-3 एंबुलेंस विशेष तौर पर कोरोना संक्रमित मरीजों की मदद के लिए तैनात किए गए हैं। इस प्रकार विशेष तौर पर तैयार 91 एंबुलेंस कोरोना मरीजों को ढोने में लगाए गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि ‘‘ 108 नम्बर की एंबुलेंस की परिकल्पना भाजपा की सरकार ने राज्य की भौगोलिक पृष्ठभूमि को देखते हुए की थी। ऐसे दूरदराज के इलाकों में जहां यातायात की सुविधा नहीं थी उनको ध्यान में रखकर ही 108 नंबर की एंबुलेंस की शुरूआत की गयी थी। एक साथ राज्य में 379 एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी थी। मुझे खुशी है कि भाजपा की पूववर्ती सरकार की ओर से शुरू की गयी 108 नबंर की एंबुलेंस कोरोना के दौर में बेहद ही उपयोगी साबित हो रही है जिसके जरिये मरीजों की जिन्दगी बचायी जा रही है। ये राज्य की जनता का आर्शिवाद ही था जिसने मुझे नयी योजना के लिये प्रेरित किया था। ‘‘
सभी एंबुलेंस में ड्राइवर और कंपाउंडर को पीपीई किट उपलब्ध कराए गए हैं जिससे इन्हें संक्रमण के खतरों से बचाया जा सके। जहां प्राइवेट एंबुलेंस हजारों रुपये वसूल लेते हैं वहीं 108 एंबुलेंस आम लोगों को निःश्ुाल्क में उपलब्ध हो रहा है। कोरोना संक्रमण की शुरुआत के बाद जिस तरीके से मरीजों की संख्या बढ़ी उसका हिसाब देखने से साफ पता चल रहा है कि पहले के तीन महीनों में मरीजों के बराबर अगस्त के पहले सप्ताह में कोरोना संक्रमित ढोए गए हैं। अब तक सर्वाधिक 5062 कोरोना संक्रमित मरीजों को जुलाई महीने में 108 नबंर एंबुलेंस से अस्प्तालों में लाया गया है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी मरीजों को 108 एंबुलेंस से पहुंचाने का काम भी बखूबी राज्य सरकार की ओर से हो रहा है। लेकिन सरकारी कामकाज के जानकार मरीज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बजाय पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को बार-बार दुआयें दे रहे हैं।
