
मुखर संवाद के लिये सुरभि वर्मा की रिपोर्टः-
रांची: राजधानी रांची से कोरोना काल के दौरान पूरी जाने के लिये रेलवे ने रेलगाड़ियों को बंद कर दिया है। पुरी के लिये राजधानी रांची से कोई भी ट्रेन नहीं है जिसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन यात्रियों के लिये खुषखबरी मिलनेवाली है। रांची से पुरी के लिए ट्रेन की शुरुआत जल्द हो सकती है। रांची रेल मंडल की तरफ से दक्षिण पूर्व रेलवे के हेडक्वार्टर में प्रस्ताव भेजा गया है। वहां से हरी झंडी मिलते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। अप्रैल के बाद इन ट्रेनों का परिचालन अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। रांची रेल मंडल के सीपीआरओ नीरज कुमार ने कहा है कि हटिया-तपस्विनी एक्सप्रेस, कामख्या एक्सप्रेस, रांची-जयनगर एक्सप्रेस और रांची-भागलपुर एक्सप्रेस को शुरू करने का प्रस्ताव हेडक्वार्टर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न संगठनों की तरफ से लगातार इसकी मांग की जा रही थी। डिमांड के आधार पर ही प्रस्ताव भेजा गया है। यह पूरी तरह से हेडक्वार्टर पर निर्भर करता है। केवल रांची रेल मंडल की तैयारियों के आधार पर ही इसे शुरू नहीं किया जा सकता है।
जहां इन ट्रेनों का ठहराव होगा वहां की तैयारियों की भी समीक्षा की जाती है। सब कुछ सही रहने पर ही इसे शुरू करने की अनुमति मिलेगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही इस संबंध में निर्देश आएगा ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा।लॉकडाउन के बाद अभी तक रांची से पुरी की कोई सीधी ट्रेन नहीं है। एकमात्र ट्रेन जो भुवनेश्वर के लिए चल रही है वह दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस है। इसके अलावा रांची-भागलुपर और रांची-जयनगर नॉर्थ बिहार के यात्रियों के लिए काफी अहम ट्रेन है। बड़ी संख्या में झारखंड-बिहार के लोग इससे यात्रा करते हैं। कोरोना काल से पहले रांची रेल मंडल के अंतर्गत 66 जोड़ी मेल-पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन होता था। कासेरोना के हालात नियंत्रित होने के बाद रांची रेल मंडल के हटिया, रांची और मुरी रेलवे स्टेशनों से फिलहाल 39 जोड़ी ट्रेनों का परिचालन शुरू हो सका है। इसमें 26 जोड़ी मेल-एक्सप्रेस और 13 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं, जबकि 27 जोड़ी नियमित ट्रेनों का परिचालन अब तक शुरू नहीं हो पा रहा है।
