भारत में आदिवासियों को शोषण से बचाने के लिए आदिवासी राज्य बनाने की मांग की थी मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा ने : आलोक दूबे

Jharkhand झारखण्ड राजनीति


मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची : भारत में आदिवासियों को शोषण से बचाने के लिए आदिवासी राज्य बनाने की मांग की थी, उनके प्रस्तावित राज्य में वर्तमान झारखंड, उड़ीसा का उत्तरी भाग, छत्तीसगढ़ और बंगाल के कुछ हिस्से भी शामिल थे। ये बातें कां्रगेस के नेता ओलोक दूबे ने श्रद्धांजलि सभा में कही है। आदिवासी महानायक कहे जाने वाले मरंग गोमके की उपाधि से अलंकृत जयपाल सिंह मुंडा की 120 वी जयंती पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने राजधानी रांची स्थित जयपाल सिंह स्टेडियम पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया एवं दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरीष्ठ नेता आलोक कुमार दूबे ने कहा आदिवासियों और झारखंड आंदोलन के सर्वोच्च नेता, पत्रकार, लेखक, संपादक, शिक्षाविद और ऑक्सफोर्ड ब्लू का खिताब पाने वाले हॉकी के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा अद्भुत व्यक्तित्व के धनी थे, उन्होंने पूर्वी आदिवासियों के इस महान नायक को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए हम अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं।

वरिष्ठ काँग्रेस नेता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा झारखंड पार्टी के अध्यक्ष व 1952 से 1970 तक सांसद रहे मरंग गोमके झारखंड अलग राज्य का सपना देखने वाले सबसे पहले और महत्वपूर्ण आंदोलन कर्ता थे। एक महान बुद्धिजीवी, हॉकी टीम के खिलाड़ी ने अपने प्रतिभाओं से पूरे देश का ध्यान झारखंड अलग राज्य के निर्माण की तरफ खींचकर लाया था। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता डॉ राजेश गुप्ता छोटू ने कहा खूंटी जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले कार्यकर्ताओं के साथ अलग राज्य के आंदोलन की रणनीति बनाया करते थे, वह एक महान दूरदर्शी और विद्वान नेता, सामाजिक न्याय के आदिवासियों के पक्षधर भी थे।

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