

मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
राची : जीवन में जल की आवश्यकता तथा उसकी उपलब्धता पर बड़े ही वैज्ञानिक तरीके से काय करना चाहिये। सभी को जल के प्रति अपने दैनिक व्यवहार में उसकी उपयोगिता और आवश्यकता तथा प्रबंधन पर विवेकपूर्ण तरीके से वैज्ञानिक निर्णय लेनी चाहिये । सरला बिरला विश्वविद्यालय रांची एवं कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले के संयुक्त तत्वाधान में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक की अध्यक्षता में “सस्टेनेबल वाटर यूज टू फीड ह्यूमैनिटी“ शीर्षक पर एक ऑनलाइन तकनीकी संगोष्ठी आयोजित किया गया। तकनीकी संगोष्ठी में बतौर मुख्य वक्ता कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बर्कले के डिपार्टमेंट ऑफ इन्वायरनमेंटल साइंस, पॉलिसी एंड प्रबंधन विभाग के प्रोफेसर पाउलो डी. ओडोरिको ने उक्त विषय पर अपना व्याख्यान दिया। जिसमें सरला बिरला विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारी, प्राध्यापक गण एवं छात्रों ने सहभागिता की।
अपने व्यक्तव्य में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय बर्कले के प्रोफेसर पाउलो डी ओडोरिको ने जीवन में जल की आवश्यकता तथा उसकी उपलब्धता पर बड़े ही वैज्ञानिक तरीके से विवेचना किया। उन्होंने भविष्य में जल संकट की समस्या और उसके निजात के सभी पहलुओं पर सविस्तार वैज्ञानिक दृष्टिकोण से प्रकाश डाला तथा सभी को जल के प्रति अपने दैनिक व्यवहार में उसकी उपयोगिता और आवश्यकता तथा प्रबंधन पर विवेकपूर्ण तरीके से वैज्ञानिक निर्णय लेने की सलाह दी।
संगोष्ठी में अतिथियों का स्वागत अंग्रेजी की सहायक प्राध्यापक डॉ रिया मुखर्जी ने किया तथा कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन की औपचारिकता सिविल इंजीनियरिंग की सहायक प्राध्यापक डॉ अदिति सिंह ने किया। उक्त ऑनलाइन वैश्विक संगोष्ठी की सफलता पर विश्वविद्यालय के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी डॉ प्रदीप कुमार वर्मा ने आयोजन समिति को धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम की सराहना की है। उक्त अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर गोपाल पाठक, कुलसचिव प्रो विजय कुमार सिंह, उप कुलसचिव प्रो अमित गुप्ता, प्रो श्रीधर बी दंडीन, डॉ सुबानी बाड़ा, डॉ राधा माधव झा, डॉ मनोज कुमार पाण्डेय, डॉ रिया मुखर्जी, डॉ मेघा सिन्हा, प्रो आदित्य विक्रम वर्मा, डॉ भारद्वाज शुक्ल सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
