
रांची: बिरसा मुंडा की प्रतिमा क्षतिग्रस्त होने की सूचना पर आदिवासी समाज के लोग आंदोलित होकर शनिवार को राजधानी रांची बंद का आहõान किया था लेकिन रांची में बंद पूरी तरह से असफल हो गया। हालांकि बंद समर्थक कुछ संख्या में सड़कों पर निकले थे लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के कारण बंद सार्मािकों को गिरफ्तार कर लिया गया जिसके कारण आम दिनों की ही तरह रांची में आवागमन जारी रहा। आदिवासी संगठनों की ओर से बुलाये गये बंद में झामुमो और अन्य दलों के समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, कोकर स्थित बिरसा के समाधि स्थल पर बनी बिरसा मुंडा की प्रतिमा का बायां हाथ टूट गया है, जिसमें धनुष था। जैसे ही यह सूचना मिली, आदिवासी समाज से जुड़े संगठनों ने हंगामा कर दिया. हालांकि, बिरसा मुंडा की प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने की वजह का पता नहीं चल पाया है, लेकिन संगठनों को आशंका है कि किसी ने साजिश के तहत प्रतिमा को खंडित किया है।
समाधि स्थल के केयरटेकर को भी प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने की वजह की स्पष्ट जानकारी नहीं है. सूचना मिलने के बाद पुलिस, प्रशासन और रांची नगर निगम के अधिकारी समाधि स्थल पर पहुंचे और गार्डों से पूछताछ की। हालंाकि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस घटना की जांच के लिये रांची के पुलिस अधीक्षक सुजाता वीणापानी को जिम्मेवारी दी है। रांची में बुलाये गये बंद को लेकर लोगों के बीच हलचल नहीं होने के कारण बुलाये गये बंद को जनता ने नकार दिया है।
