शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन हुआ सरला बिरला विश्वविद्यालय में , शिक्षकों की भूमिका पर हुई चर्चा

Jharkhand देश राजनीति शिक्षा जगत साहित्य-संस्कृति


मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: सरला बिरला विश्वविद्यालय में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम के अवसर पर एसबीयू के माननीय महानिदेशक प्रो. गोपाल पाठक ने डॉ. राधाकृष्णन और स्वामी विवेकानंद की चर्चा करते हुए सही तरीके से शिक्षा अर्जित करने पर जोर दिया। उन्होंने विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण और इसपर शिक्षकों की भूमिका की चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षक पूरे वर्ष सम्मान के पात्र होते हैं। उन्होंने छात्रों को सही को सही और गलत को गलत कहने की ताकत अपनाने की अपील की। इस अवसर पर विवि के शिक्षक डॉ. पिंटू दास को सर्वाधिक रिसर्च पेपर और डॉ. एस. मंत्री को सर्वाधिक पेटेंट के लिए पुरस्कृत किया गया।

अपने संबोधन में विवि के माननीय प्रभारी कुलपति एस.बी. डांडीन ने गुरु के महत्व की चर्चा करते हुए कहा कि शिक्षकों के साथ साथ माता पिता के जीवन में उपयोगिता की चर्चा की। उन्होंने संस्कृत के एक श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा कि गुरु को सर से लेकर पैर तक याद करने मात्र से सभी विघ्न दूर हो जाते हैं और मनोरथ पूरे होते हैं। कुलसचिव प्रो. वी. के. सिंह ने शिक्षकों को कुंभकार की संज्ञा देते उन्हें पीढ़ियों को गढ़ने वाला बताया। डीन डॉ. नीलिमा पाठक ने कहा कि शिक्षक किसी भी राष्ट्र को गढ़ता है और अगर वह अध्ययनशील है, तो बेहतर अध्यापन भी करने में समर्थ होगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रिया मुखर्जी और धन्यवाद संबोधन डॉ. पूजा मिश्रा ने किया। डॉ. अशोक अस्थाना ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम के अवसर पर विश्वविद्यालय के छात्र, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति बिजय कुमार दलान और डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *