
रांचीः झारखंड की राजधानी रांची में बीजेपी के सांसद संजय सेठ ने आदिवासियों की जमीन लूट ली है। रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ ने भी रांची के हेहल मौजा में ट्रस्ट बना कर आदिवासियों की जमीन लूट ली। झामुमो ने आरोप लगाया है कि अगले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख कर राज्य की रघुवर की सरकार हेमंत सोरेन और उनके परिवार को निशाना बना रही है। जमीन लूट का आरोप चस्पा करने का प्लॉट तैयार कर रही है। जबकि सच्चाई यह है कि राज्य और राजधानी में राज्यसभा, लोकसभा सांसद, विधायक, मंत्री और अधिकारियों ने भारी पैमाने पर आदिवासियों की जमीन की लूट की। उस पर बड़ी-बड़ी, अपार्टमेंट और व्यवसायिक भवन बने हुए हैं। पूर्व में राज्यसभा सांसद समीर उरांव द्वारा अपने भाई के नाम पर आदिवासियों की जमीन की लूट की गयी।
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से यह आरोप लगाया। हालांकि बार-बार प्रमाण की मांग करने पर भट्टाचार्य ने आज कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराये। उन्होंने इतना ही दावा किया कि पार्टी जल्द ही एक-एक कर विधायकों, सांसदों व अधिकारियों द्वारा लूटी गयी जमीन के बारे में पुख्ता सबूतों को सार्वजनिक करेगी। भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी शुरू से सीएनटी और एसपीटी उल्लंघन के मामले पर बनी एसआईटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग करती रही है। एसआईटी की रिपोर्ट सार्वजनिक हो तो पूरा परिदृश्य सामने आ जायेगा। उसमें सीएनटी एक्ट के उल्लंघन का लगभग 600 और एसपीटी एक्ट के उल्लंघन का 400 मामले हैं। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि किस तरह आदिवासियों-मूलवासियों की जमीन लूटी गयी। नदी, गोचर और ग्रीन लैंड की जमीन पर कब्जा कर लिया गया। राज्य के आलाधिकारियों ने भी विभाग से मिल कर सैंकड़ों एकड़ जमीन की लूट की।
