
मुखर संवाद के लिये अशोेक कुमार की रिपोर्टः-
रांची /नयी दिल्ली: एनडीए आज संसद के केंद्रीय कक्ष में अपने नवनिर्वाचित सांसदों की बैठक आयोजित करने वाला है। बठक के बाद कन्द्र में सरकार बनान का दावा एनडीए संसदीय दल के नेेेेेता नरेन्द्र मोदी राष्अ्रपति के समक्ष्ज्ञ अपना दावा पेश करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में महागठबंधन की ओर से सरकार बनाने पर चर्चा होगी। 2024 के लोकसभा चुनावों में एनडीए ने 293 सीटें जीतकर बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। हालाँकि, भाजपा केवल 240 सीटें हासिल करने में सफल रही, जो 2019 की तुलना में बहुत कम है। बुधवार को एनडीए में शामिल दलों के नेताओं ने बैठक की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुना। पीएम मोदी ने बाद में कहा कि हमारे मूल्यवान एनडीए सहयोगियों से मुलाकात हुई। एनडीए विकसित भारत के निर्माण की दिशा में काम करेगा।सहयोगी दलों को यह बता दिया गया था कि मंत्रिमंडल में बंटवारे को लेकर ऐसा फार्मूला तैयार कर लिया जाएगा जिस पर सहमति होगी। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार, किसी नंबर फार्मूले की बजाय सभी सहयोगी दलों को उचित प्रतिनिधित्व देने की योजना है। ऐसे में जिस दल के पास पांच तक सदस्य है उन्हें एक मंत्री पद और उनसे ज्यादा वाले जदयू और तेदेपा को तीन तीन मंत्री पद दिया जा सकता है। हालांकि, इस बात की अटकलें तेज चलती रही कि इन दलों की ओर से चार मंत्री पद मांगा गया है और तेदेपा की ओर से लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी भी मांगी गई है। इन मांगों को दोनों दलों में से किसी ने भी औपचारिक रूप से नहीं बताया है। भाजपा सूत्रों के अनुसार भी अभी तक इन दलों की ओर से कोई मांग नहीं रखी गई है। शपथ ग्रहण समारोह को लेकर गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर भी लंबी बैठक हुई। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। इस बैठक में तैयारियों के साथ ही चुनावी समीक्षा भी हुई।
राजस्थान की 25 लोकसभा सीट में से इस बार भाजपा को 14 सीटें ही मिल पाई है. लिहाज़ा मंत्री पद का कोटा पिछली बार के मुक़ाबले कम हो गया है. पिछली बार राजस्थान से 24 सीट के बाद भी लोकसभा स्पीकर के अलावा तीन मंत्री बनाये गए थे. इस बार मंत्री पद के लिए राजस्थान में छह बड़े नेताओं की दावेदारी है लेकिन भाजपा के सूत्रों के मुताबिक़ राजस्थान में दो नेताओं को ही मंत्री बनाया जा सकता है. सवाल ये भी है कि क्या इस बार राजस्थान से चुनाव जीतने वाले बड़े नेताओं को केंद्र में जगह मिल पाएगी माना जा रहा है कि बीकानेर लोकसभा सीट से चौथी बार चुनाव जीतने वाले एससी वर्ग के सांसद अर्जुन राम मेघवाल को मंत्री पद मिल सकता हैं लेकिन सवाल यह भी है कि जोधपुर से तीसरी बार जीतने वाले गजेंद्र सिंह को क्या मंत्री पद मिल पाएगा. इसी तरह अलवर से पहली बार लोकसभा सांसद बनने वाले पार्टी के बड़े नेता भूपेन्द्र यादव को क्या भूमिका होगी इसे लेकर भी चर्चा है.इसके अलावा ब्राह्मण चेहरे के तौर पर राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ से लगातार तीसरी बार सांसद बनने वाले ब्च् जोशी के नाम की भी चर्चा है हालाँकि इस बार राजस्थान में भाजपा के ख़राब प्रदर्शन की ज़िम्मेदारी के लिए कमज़ोर संगठन को दोषी बताया जा रहा है लिहाज़ा उनका पलड़ा परफॉर्मेंस के लिहाज़ से कमज़ोर हो गया है
