पटना से योगेन्द्र यादव की रिपोर्टः-
पटना: बिहार की नीतिश सरकार कोरोना के कहर को छपुा रही है और कोरोना के आंकड़े छुपाकर अपने कुव्यस्था से मुंह मोड़ना चाहती है। ये बातें बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पे ट्वीटर पर ट्वीट करके कही हैं। तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार पर कोरोना जांच के फर्जी आंकड़े बताने का आरोप लगाया है। उन्होनें कहा कि सरकार कोरोना जांच के नाम पर आम लोगों की जान से खिलवाड़ कर रही है। बिहार में जो सच में संक्रमित हैं, उनकी जांच नहीं हो रही है, किंतु जिन्होंने कोरोना की जांच ही नहीं कराई, उनकी भी रिपोर्ट कागजों पर निगेटिव बता दी जा रही है। तेजस्वी यादव ने इस पूरी प्रक्रिया को फर्जी करार दिया है। तेजस्वी ने सृजन घोटाले के मामले में भी सरकार को घेरा है। ट्वीट करके उन्होंने कई तरह के आरोप लगाए हैं। तेजस्वी यादव ने कहा है कि 3300 करोड़ के घोटाले की सीबीआइ जांच के बीच में ही अनुसंधान करने वालों का तबादला कर दिया गया। मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं। तेजस्वी ने नीतिश कुमार की बिहार सरकार से पूछा है कि घोटाले की राशि की वसूली क्यों नहीं हुई? उन्होंने कहा कि सरकार बताए करोड़ों रुपये कहां गए? ट्विटर पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इतने पर ही नहीं रुके। भोजपुरी में किए गए एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी यादव ने बाढ़ प्रभावित किसानों के अनुग्रह अनुदान देने के तरीके पर सवाल उठाया है। उन्होंने किसानों की व्यथा का जिक्र करते हुए कहा है कि मुआवजे के लिए पानी से डूबे हुए खेत में उन्हें खड़ा होकर वीडियो बनाना पड़ रहा है। उनके कष्टों का अनुमान लगाया जा सकता है। तेजस्वी यादव बिहार में नीतिश कुमार की सरकार को बाढ़ और कोरोना के मुद्दे पर जमकर घेर रहे हैं जिसका जवाब नीतिश कुमार की सरकार नहीं दे पा रही है। बिहार में नीतिश कुमार की सरकार की कोरोना और बाढ़ के मुद्दे पर फजीहत हो रही है।
