रांची से अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: खुदा का लाख-लाख शुक्र है कि झारखंड में अब तक सब ठीक ठाक है। अबतक झारखंड के सभी मरीजों के जांच के मामले नेगेटिव आये हैं। राज्य में कोरोनावायरस के 93 संदिग्धों की अबतक जांच की जा चुकी है। इनमें से 85 की रिपोर्ट आ चुकी है, जो निगेटिव है। आठ संदिग्धों की रिपोर्ट आज शाम तक आ जाएगी। रिम्स में मंगलवार से ही कोरोनावायरस के सैंपल की जांच शुरू हुई है। माइक्रोबायोलॉजी विभाग के लैब में आरटीपीसीआर मशीन लगाई गई है। विभागाध्यक्ष डॉक्टर मनोज कुमार के मुताबिक, आरटीपीसीआर मशीन एक बार में 40 सैंपल की जांच कर सकती है। सवा पांच घंटे में रिपोर्ट देगी। इससे पूर्व कुरियर से जमशेदपुर सैंपल भेजने में परेशानी होती थी और रिपोर्ट आने में भी लंबा समय लगता था। अब जिस दिन कोई आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होगा उसी दिन शाम तक रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे डिस्चार्ज कर घर भेज दिया जाएगा। रांची में अबतक कोरोना 47 संदिग्धों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 45 की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि दो संदिग्धों की रिपोर्ट बुधवार शाम तक आ जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मंगलवार शाम तक जिले में 42 संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिसमें से 33 की रिपोर्ट आ चुकी है, जो निगेटिव है। वहीं मंगलवार को मिले 9 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट बुधवार शाम तक आने की उम्मीद है। कोरोनावायरस के संक्रमण से होनेवाले लक्षण की आशंका पर धनबाद में 10638 लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा गया है। राहत की बात यह है कि इनमें कोई भी ऐसा गंभीर मरीज नहीं मिला, जिसकी जांच की जरूरत हो। फरवरी से अब तक जिन 4 संदिग्ध मरीजों का सैंपल लिया गया था, उनकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। सिविल सर्जन डॉक्टर गोपाल दास के अनुसार प्रभावित दूसरे राज्यों से आनेवाले बहुत लोग रेलवे स्टेशन, बस अड्डों से बगैर स्क्रीनिंग के अपने-आने घरों तक पहुंच चुके हैं। वहीं, जिले में विदेश से अबतक धनबाद के अलग-अलग हिस्सों में 131 लोगों के आने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के पास है। इनमें से महज 20 लोगों की निगरानी स्वास्थ्य विभाग कर रहा है। अन्य लोगों के बारे में कोई सूचना विभाग के पास नहीं है। संभावना जताई जा रही है कि सभी स्वस्थ्य होंगे अन्यथा विभाग को जानकारी देते। कोरोना वायरस के रोकथाम और उपायों के समीक्षा के लिए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आज रिम्स पहुंचे। देश में घोषित लॉकडाउन के बाद उन्होंने रिम्स निदेशक, रिम्स सुपरिटेंडेंट समेत अन्य विभागों के अध्यक्ष के साथ बैठक कर कोरोना के रोकथाम और रिम्स के तैयारी को लेकर बैठक की। इस दौरान चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री को रिम्स को पूरे राज्य का कोरोना सेंटर बनाने का भी प्रस्ताव दिया। रिम्स के चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि रिम्स को पूरे राज्य का एकीकृत कोरोना सेंटर बनाया जा सकता है ताकि पूरे राज्य से आये कोरोना के मरीजों का इलाज एक जगह हो सके, इससे इलाज की सुविधा भी होगी और संक्रमण फैलने का खतरा भी कम रहेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने इस विषय पर मुख्य सचिव श्री डी के तिवारी से बात फोन पर चर्चा की और साथ ही मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के पास प्रस्ताव रखने का आश्वासन दिया। रिम्स में जो चिकित्सक या चिकित्सा कर्मी दूर से आते हैं उन्हें लोक डाउन तक रिम्स के नजदीक ही अस्थायी तौर पर रहने और खाने का इंतजाम किया जाए ताकि वे उपलब्ध भी रहे और उनसे संक्रमण फैलने का खतरा भी न हो। बैठक में चिकित्सकों ने बताया कि सामान्य मरीजों को कोरोना का संक्रमण न हो इससे बचने के लिए प्राइवेट और सदर अस्पताल में ट्रांसफर करने की जरूरत है। इससे उनमे संक्रमण की संभावना भी कम होगी साथ ही आपात स्थिति में रिम्स अस्पताल पर लोड भी कम होगा।चिकित्सकों ने बताया कि रिम्स के चिकित्सक जाकर इनका इलाज करेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने गृह सचिव और मुख्य सचिव से इस मामले में नीतिगत फैसला लेने की बात कही। बैठक में चिकित्सकों ने एन95 और पीपीई गाउन की मांग की ताकि इलाज के समय चिकित्सक संक्रमित होने से बचे और उन्हें सुरक्षा भी मिल सके।स्वास्थ्य मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्द ही मास्क और गाउन उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि लॉक डाउन के बाद बहुत से ऐसे मरीज हैं जो बाहरी जिलों से आये हैं और जो डिसचार्ज हो गए हैं लेकिन लॉक डाउन के कारण उन्हें अपने जिलों और घरों तक जाने के लिए परिवहन की व्यवस्था नही मिल पा रही हैं, ऐसे मरीजों के लिए 6 रुट में 6 बसों का इंतजाम किया जायेगा ताकि उन्हें घर पंहुचने में दिक्कत न हो, साथ ही रिम्स के प्रोटोकॉल ऑफिसर को हिदायत दी गई हैं कि कोई भी बाहरी जिला का एम्बुलेंस मरीज लेकर आए तो वे सुनिश्चित करें कि लौटने के वक्त डिस्चार्ज हुए उसी जिले या रूट के मरीज को लेकर वापस जाए। झारखंड के अधिकारियो को यह निर्देश दिया गया है कि वे जनता की सुविधाओं के लिये कार्य करें।
