
मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची/नयी दिल्ली : चुनाव कार्य में सांसद निशिकांत दूबे से पंगा लेना महंगा पड़ गया उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को। भारत निर्वाचन आयोग ने झारखंड के देवघर जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। भजंत्री को देवघर डीसी के पद से हटाने के लिए झारखंड सरकार को निर्देश दिया है। साथ ही यह भी कहा है कि अब बगैर चुनाव आयोग की अनुमति के भजंत्री को भविष्य में कभी भी चुनाव ड्यूटी नहीं दी जाएगी। आयोग ने यह कार्रवाई गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत के आधार पर हुई है। हालांकि शिकायत के बाद देवघर डीसी ने चुनाव आयोग से अपने कृत्यों के लिए माफी मांग ली थी। इसके बावजूद चुनाव आयोग ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
वहीं निशिकांत दूबे ने कहा है किब मेरे ख़लिफ़ साज़िश के तहत ग़लत केस करने के कारण चुनाव आयोग ने देवघर उपायुक्त को हटाने का फ़ैसला किया । अब वर्तमान उपायुक्त बिना चुनाव आयोग के आदेश के दूसरे ज़िला के उपायुक्त भी नहीं बन पाएँगे । इसके अलावा उनके उपर अति विशिष्ट दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी । देवघर के डीसी पर चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर कहा है-सत्यमेय जयते। दुबे ने लिखा है-मेरे खिलाफ साजिश के तहत गलत केस करने के कारण चुनाव आयोग ने देवघर उपायुक्त को हटाने का फैसला किया है। अब वर्तमान उपायु्क्त बिना चुनाव आयोग के आदेश के दूसरे जिला के उपायुक्त भी नहीं बन पाएंगे। इसके अलावा उनके ऊपर अति विशिष्ट दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
17 अप्रैल, 2021 को देवघर जिले के मधुपुर विधानसभा का उपचुनाव हुआ था। इस दौरान भाजपा ने देवघर डीसी पर सत्ताधारी झामुमो के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया था। इसी मामले में उपचुनाव के बाद गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ देवघर जिले के विभिन्न थानों में चुनाव अचार संहिता उल्लंघन को लेकर पांच अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज हुई। इसके खिलाफ भाजपा चुनाव आयोग में पहुंच गई। चुनाव आयोग द्वारा देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। चुनाव आयोग के प्रधान सचिव अरविंद आनंद द्वारा जारी पत्र के तहत उपायुक्त से दस दिन के अंदर अपना जवाब समर्पित करने को कहा गया था। यह मामला काफी गंभीर बनता जा रहा था। 11 नवंबर को उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने आयोग को पत्र भेजकर बिना शर्त माफी मांगी।मधुपुर उपचुनाव के समय देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर सत्ताधारी झामुमो के पक्ष में काम करने के आरोप लगे। इसके बाद चुनाव आयोग ने भजंत्री को डीसी पद से हटा दिया। चुनाव बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने फिर से भजंत्री को डीसी बना दिया। दोबारा डीसी की कुर्सी मिलने के बाद भजंत्री के तेवर भाजपा के खिलाफ तल्ख हो गए। उनके निर्देश पर गोड्डा सांसद के खिलाफ पांच प्राथमिकी दर्ज की गई। इसी मामले को लेकर दुबे ने भारत निर्वाचन आयोग से शिकायत की थी। अब कार्रवाई हुई है।
