
मुखर संवाद के लिये स्वाति घोष की रिपोर्टः-
अगरतला : त्रिपुरा में बीजेपी को मिली जीत से केन्द्रीय नेतृत्व से लेकर त्रिपुरा के कार्यकर्ताओं तक काफी खुशी देखी गयी। विपक्षी दलां का खाता तक नहीं खुलना त्रिपुरा की जनता का गुबार दिखाई देता है। त्रिपुरा में नगर निकाय चुनावों के नतीजे घोषित किए गए, जिसमें बीजेपी ने जबरदस्त जीत हासिल की है. 222 सीटों पर हुई वोटों की गिनती के बाद बीजेपी ने 217 सीटों पर जीत हासिल की है. बीजेपी ने 51 सदस्यीय अगरतला नगर निगम (एएमसी) की सभी सीटें जीतकर और कई अन्य शहरी नगर निकायों पर कब्जा करके नगर निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया. विपक्षी तृणमूल कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) एएमसी में खाता भी नहीं खोल पाईं।
त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव में बीजेपी की जीत पर पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा, “त्रिपुरा में स्थानीय निकाय चुनाव में बीजेपी को भव्य जीत हासिल हुई है. इस ऐतिहासिक जीत के लिए मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री विप्लव देव, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और बीजेपी कार्यकर्ताओं को दिल से बधाई देता हूं.“ उन्होंने कहा, “बीजेपी ने आज घोषित हुए 334 वार्ड के नतीजों में 329 वार्ड में जीत दर्ज की है, जिसमें बीजेपी ने 112 सीटें पहले ही निर्विरोध जीत ली थी. इस चुनाव में विपक्ष को मात्र 5 सीटें हासिल हुई हैं.“।
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि भगवा दल ने 15 सदस्यीय खोवाई नगर परिषद, 17 सदस्यीय बेलोनिया नगर परिषद, 15 सदस्यीय कुमारघाट नगर परिषद और नौ सदस्यीय सबरूम नगर पंचायत के सभी वार्ड में जीत हासिल की. उन्होंने बताया कि पार्टी ने 25 वार्ड वाले धर्मनगर नगर परिषद, 15 सदस्यीय तेलियामुरा नगर परिषद और 13 सदस्यीय अमरपुर नगर पंचायत में विपक्षी दलों का सूपड़ा साफ कर दिया.राज्य में एएमसी, 13 नगर परिषदों और छह नगर पंचायतों की सभी 334 सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवार उतारे थे और उनमें से 112 पर निर्विरोध जीत हासिल की थी. बाकी 222 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान हुआ था. चुनावी लड़ाई में सत्तारूढ़ बीजेपी, तृणमूल कांग्रेस और माकपा आमने-सामने थीं. तृणमूल कांग्रेस स्वयं को एक राष्ट्रीय पार्टी के रूप में स्थापित करने के लिए पूर्वोत्तर और अन्य स्थानों पर अपनी पैठ जमाना चाहती है, जबकि माकपा को कुछ वर्ष पहले बीजेपी ने राज्य में सत्ता से हटाया था.मतदान में धांधली और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाली तृणमूल ने पूरे चुनाव को रद्द करने की मांग की थी, जबकि माकपा ने एएमसी सहित पांच नगर निकायों में नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की थी. दोनों दलों ने दावा किया था कि बीजेपी समर्थकों ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर हमला किया और चुनाव में धांधली की, लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी रही. हालांकि, बीजेपी ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है.तृणमूल त्रिपुरा में अपना खाता तब तक नहीं खोल सकती, जब तक बीजेपी किसी सीट से उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला करे. उन्होंने कहा, “नगर निकाय चुनाव के परिणाम उम्मीद के अनुसार आए हैं. तृणमूल के त्रिपुरा में खाता खुलने के कोई आसार नहीं हैं. उन्होंने केवल शोर मचाया. यह जनादेश दर्शाता है कि पश्चिम बंगाल से आए भाड़े के लोग ऐसे राज्य में किसी पार्टी को अपना आधार बनाने में मदद नहीं कर सकते, जिसका बीजेपी पर भरोसा है.“
त्रिपुरा नगर निकाय चुनाव में भाजपा को बंपर जीत मिली है। यह चुनाव परिणाम विपक्ष द्वारा किसान आंदोलन को लेकर भाजपा के खिलाफ बनाए गए माहौल के बीच आया है । ऐसे में देशभर के भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच नए जोश का संचार हुआ है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने त्रिपुरा चुनाव परिणाम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा-देशभर में भाजपा के खिलाफ नकारात्मक माहौल बनाने वाले विपक्ष को जनता ने जवाब दिया है। टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को त्रिपुरा की जनता से जवाब दे दिया है। त्रिपुरा समेत देश के दूसरे राज्यों में पश्चिम बंगाल जैसी गुंडागर्दी की राजनीति नहीं चलेगी। दास ने कतरास के रामराज मंदिर में दर्शन-पूजन किए। भाजपा ने निकाय चुनाव में बड़ी जीत हासिल की है। अगरतला की बात करें तो भाजपा ने यहां की सभी 51 सीटें अपने नाम कर ली हैं। इसके साथ ही अन्य शहरी स्थानीय निकायों में भी भाजपा बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। वहीं, विपक्षी दल टीएमसी और सीपीआई (एम) अगरतला नगर निकाय चुनाव में अपना खाता भी नहीं खोल पाए हैं।त्रिपुरा पूर्वोत्तर का एक छोटा सा राज्य है। नगर निकाय चुनाव का कोई खास देशव्यापी प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके बावजूद देशभर में किसान आंदोलन और त्रिपुरा में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की सक्रियता को लेकर लोगों की नजरें थीं। त्रिपुरा में अगरतला नगर निगम और अन्य नगर निकायों की 222 से अधिक सीटों के लिए रविवार को मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हुई। अगरतला नगर निगम ( ।डब्) और 19 अन्य नगर निकायों के नगर परिषदों और नगर पंचायतों के लिए भी वोटों की गिनती शुरू हुई। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार अगरतला नगर निगम में भाजपा ने 51 वार्डों में से 29 वार्डों पर जीत के साथ बहुमत हासिल कर लिया है।
