
गढ़वा से मुन्ना कुमार की रिपोर्टः-
गढ़वा : झारखंड मुक्ति मोर्चा सत्ता पाने के साथ ही अपने पांव राज्य के अन्य हिस्सों में पसारने लगी है जहां झामुमो का कभी अस्तित्व नहीं हुआ करता था। पलामू से झामुमो के सांसद कामेश्वर बैठा के बनने के बाद से 2009 से ही झामुमो अपना जनाधार पलामू के इलाके में बढ़ाने का प्रयास किया है। लेकिन उसे सफलता नहीं मिली।
2019 में महागठबंधन में राजद की कमजोर होती स्थिति का लाभ कांग्रेस और झामुमो ने पूरी तरह से उठाया और झामुमो ने लातेहार और गढ़वा में अपना विजय पताका फहराया। अब एक बार फिर गढ़वा जिले में भवनाथपुर से पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव और बसपा के ताहिर अंसारी के साथ उनकी पत्नी सोगराबीबी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पार्टी में शामिल कराकर यह साबित कर दिया कि अब कांग्रेस से आनेवाले चुनाव में भी दो-दो हाथ करने वाले हैं। वहीं हेमंत सोरेन ने झामुमो कार्यकर्ताओं में जोश भरा है। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा 20 वर्षों से झारखंड को नोंच रही थी। इस बार हमारी सरकार नहीं बनती तो भाजपा नोंच-नोंच कर झारखंड को समाप्त कर देती। वह झामुमो के मिलन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
समारोह में अपने-अपने दलों से बिदक कर कई नेता एवं लोग शामिल हो गये। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर पार्टी में स्वागत किया। सोरेन ने कहा कि झामुमो में विश्वास कर लोग पार्टी में शामिल हुए हैं। झामुमो झारखंड की माटी की पार्टी है। यह एकमात्र पार्टी है जो झारखंड और यहां के लोगों के विकास के लिए समर्पित है।
वहीं स्थानीय विधायक सह मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि अनुशासन झामुमो की पहचान है। यही कारण है कि लोग झामुमों में शामिल होना अपने आप को गौरवान्वित समझते हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काफी नजदीकी मंत्री मिथिलेश को ही पलामू में झामुमो का गढ़ बनाने की जिम्मेवारी मिली है। इस मिलन समारोह के बाद गढ़वा की भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में 2024 की राजनीतिक लड़ाई काफी रोचक दिखाई देगी। झामुमो में शामिल होने वालों में भवनाथपुर के पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव, गढ़वा नप अध्यक्ष पिंकी केशरी, उनके प्रतिनिधि संतोष केशरी, भाजपा नेता अजय उपाध्याय, ब्रह्मऋषि समाज के अध्यक्ष पूरन तिवारी, बसपा नेता ताहिर अंसारी, सोगरा बीबी, राजद नेता अरविंद कुमार सिंह, माटीकला बोर्ड के चेयरमैन अविनाश देव, रोटी बैंक पलामू के संचालक दीपक तिवारी, जिले भर के कई पंचायत प्रतिनिधि सहित 100 से ज्यादा लोगां का नाम शामिल है।
