प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आंतकवाद को सबसे बड़ा खतरा बताते हुए बड़ी चुनौती के रूप में स्वीकार किया

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प

ह्यूस्टन: एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय मंच से आतंकवाद पर हमला बोलते हुए पीएम नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आतंकवाद दुनिया में कहीं भी हो लेकिन उसका ठिकाना एक ही है जिसे समाप्त करना अब दुनिया की जरूरत बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी कीमत पर आतंवाद को समाप्त करना ही होगा तभी यह दुनिया शांति से रह सकेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रविवार को ह्यूस्टन के एनआरजी स्टेडियम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान मोदी ने कश्मीर मुद्दे पर बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा। मोदी ने कहा- ‘‘भारत जो कर रहा है, उससे कुछ ऐसे लोगों को भी दिक्कत हो रही है, जिनसे खुद अपना देश संभल नहीं रहा है। अमेरिका में 9ध्11 हो या मुंबई में 26ध्11 हो, उसके साजिशकर्ता कहां पाए जाते हैं? साथियो! अब समय आ गया है कि आतंकवाद के खिलाफ और उसे बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए।’’
मोदी ने कहा, “इन लोगों ने भारत के प्रति नफरत को ही अपनी राजनीति का केंद्र बना दिया है। ये वो लोग हैं जो अशांति चाहते हैं। आतंक के समर्थक हैं और आतंकवाद को पालते-पोसते हैं। उनकी पहचान सिर्फ आप नहीं, पूरी दुनिया अच्छी तरह जानती है। मैं यहां जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में पूरी मजबूती के साथ प्रेजिडेंट ट्रम्प खड़े हुए हैं। राष्ट्रपति ट्रम्प को भी एक बार स्टैंडिंग ओवेशन दीजिए। भाइयो-बहनो! भारत में बहुत कुछ हो रहा है। बहुत कुछ बदल रहा है और बहुत कुछ करने के इरादे लेकर हम चल रहे हैं। वो जो मुश्किलों का अंबार है, वही तो मेरे हौसलों की मीनार है।’’

‘अनुच्छेद 370 खत्म करने पर भारत के सांसदों के लिए तालियां’

मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को विकास और समान अधिकारों से वंचित रखा था। इसका फायदा आतंकवाद और अलगाववाद बढ़ाने वाली ताकतें उठा रही थीं। अब भारत के संविधान ने जो अधिकार बाकी भारतीयों को दिए हैं, वही अधिकार जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को मिल गए हैं। वहां की महिलाओं-बच्चों-दलितों के साथ हो रहा भेदभाव खत्म हो गया है। राज्यसभा में जहां हम बहुमत में नहीं हैं, वहां भी इसे दो-तिहाई से पारित किया। एक बार भारत के सांसदों के लिए खड़े होकर तालियां बजाएं।’’
ट्रम्प ने अपने भाषण में इस्लामिक आतंकवाद का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत और अमेरिका, दोनों मानते हैं कि अपने समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए हमें अपनी सीमाओं को सुरक्षा करनी होगी। मेरे प्रशासन ने अब तक इसी पर काम किया है। जो हमारे देश के लिए खतरा हैं, उन्हें अमेरिका में प्रवेश न मिले, यह सुनिश्चित किया जा रहा है। सीमा की सुरक्षा भारत के लिए भी इतनी ही महत्वपूर्ण है। हम अभूतपूर्व कदम उठा रहे हैं और दक्षिण से अवैध अप्रवासियों को रोकने की व्यवस्था कर रहे हैं। हम उन वैध प्रवासियों के आभारी हैं, जो कड़ी मेहनत करते हैं और टैक्स देते हैं। हम अवैध रूप से आने वालों को मुफ्त सुविधाएं नहीं देना चाहते। मैं कभी नहीं चाहूंगा कि कोई नेता अवैध प्रवासियों को वैध प्रवासियों के हक की सुविधाएं लेने दे।’’

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