मुखर संवाद के लिये शिल्पी यादव की रिपोर्टः-
रांची: बीएसआईडीसी स्वर्णरेखा घड़ी कारखाना नामकुम के स्थायी महिलाकर्मी मीरा इक्का ने अन्य महिला कर्मचारियों के साथ आकर आज झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल्स कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जासयवाल से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से कर्मचारियों ने कहा कि बीएसआईडीसी स्वर्णरेखा घड़ी कारखाना नामकुम के स्थायी और नियमित कर्मचारी है। अनिवार्य सेवा समाप्ति नहीं होने के बावजूद तीन महीने का नोटिस देकर और हमें निकालकर हम ट्राईबल कम्युनिटी के कर्मचारियों के उपर अत्याचार किया जा रहा है। वर्तमान में अधिकतर ट्राइबल महिला कर्मी ही बची है जिनका कार्यकाल तीन से चार वर्ष बाकी है। यह सारी ट्राइबल कम्यूनिटी की महिलाएं उन्हीं कामों के बदौलत अपने घर को चलाती हैं द्य कर्मियों ने बताया कि बीएसआईडीसी के प्रबंध निदेशक द्वारा षडयंत्र के तहत नियमित कर्मियों को हटाकर संविदा पर दो गुना सैलरी पर रखे हुए हैं। जबकि ऑफिस कार्य के लिए नियमित कर्मी मौजूद हैं। देनदारी से बचने के लिए हटाने का प्रयास कर रही है। झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल्स कांग्रेस के अध्यक्ष आदित्य विक्रम जायसवाल ने सभी बातों को सूनने के बाद कहा कि राज्य सरकार से इस संबंध में बात कर आपलोगों की मांगों को पूरा करवाने का प्रयास करूंगा हमारे राज्य के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी एवं हमारी सरकार काफी संवेदनशील है।
आदित्य विक्रम ने यह भी कहा कि बीएसआईडीसी स्वर्णरेखा घड़ी कारखाना नामकुम के लोकल ट्राइबल कम्यूनिटी की महिलाओं को 3 माह के नोटिस पर परमानेंट जॉब वालों को निकाल दिया गया है और पिछले 15 वर्षों से तनख्वाह नहीं मिला है और अगर कभी मिला भी है तो बहुत लेट से और लोकल ट्राईबल महिला कर्मियों को निकालकर कांट्रेक्चुअल बेसिस पर स्टाफ रखा गया है जो कि बिल्कुल गलत है इसलिए महिलाएं जो कि यही सारे कामों को करके अपने घर को चलाती हैं इन्हीं सब रोजगार से उनका जीवन गुजर बसर होता है, उनको नौकरी वापस करते हुए परमानेंट जॉब वालों को वापस रखा जाए और जितने भी महीनों की तनख्वाह बाकी है सभी क्लियर कराया जाए ऐसा मैं सरकार से गुजारिश करता हूं।
ज्ञापन सौंपने वालों में बीएसआईडीसी घड़ी कारखाना, नामकुम की महिला कर्मचारी मीरा एक्का, विनीता कुजूर रेमो रीता टोप्पो, शशि लाकड़ा ,सुमन खलखो ,उषा रानी लकड़ा ,रुहामा टोपा, फुलमनी कुजूर आदि लोग मौजूद थे..
