
रांची से अशोक कुमार की रिपोर्टः-
रांची: देशभर में बैंककर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गये हैं जिससे आमलागों को पैसे की लेनदारी को लेकर काफी परेशानियो ंसे गुजरना पड़ रहा है। बैंककर्मी अपनी मांगों को लकर बैंकों में कामकाज को ठप्प कर दिया है जिससे कारोबार पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। अब दो ही नहीं बल्कि तीन दिनों तक अपने बैंकिंग के कामकाज को लोगों को राकने को विवश होना पड़ेगा। करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है। झारखंड की करीब चार हजार बैंक शाखाओं में कामकाज पूरी तरह बंद रखा गया है। अपनी मांगों के समर्थन में बैंककर्मी आगे मार्च में तीन दिन और फिर अप्रैल में बेमियादी हड़ताल करेंगे। यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की ओर से बुलाई गई यह हड़ताल दो दिवसीय है, जो शुक्रवार और शनिवार को प्रभावी रहेगी। सभी सार्वजनिक बैंकों की शाखाएं आज पूरी तरह बंद हैं। बैंककर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। यूएफबीयू की ओर से की गई 12 सूत्री मांगों में पांच दिवसीय बैंकिंग, समान काम के बदले समान वेतन, रिटायरमेंट लाभ को आयकर से मुक्त करना, मूल वेतन में विशेष भत्ता का मर्जर, अपडेट पेंशन, पारिवारिक पेंशन में बढ़ोतरी, नए पेंशन स्कीम को रद करना, बैंकिंग कारोबार की अवधि एक समान तय करना और अधिकारियों के लिए नियत कार्य अवधि तय करना आदि शामिल है। दो दिनों की हड़ताल और फिर रविवार की बंदी के कारण लगातार तीन दिन बैंक बंद रहेंगे। ऐसे में लोगों को कैश की कमी से जूझना पड़ सकता है। हालांकि बैंक प्रबंधन की ओर से दावा किया गया है कि बैंककर्मियों के हड़ताल से सामान्य बैंकिंग कामकाज यथा अकाउंट ओपनिंग, चेक क्लियरेंस, ड्राफ्ट, एनइएफटी-आरटीजीएस आदि प्रभावित होगा, लेकिन तमाम एटीएम को कैश से लैस कर दिया गया है। इधर तीन दिनों की लगातार बंदी के कारण एटीएम पर सुबह से ही लोगों की खासी भीड़ देखी गई। एटीएम की ओर ही लोग अपनी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिये देख रहे हैं।
