
रिपोर्टः- मैत्री यादव, मुम्बई
मुंबई: कई दिनों के बाद महाराष्ट्र में चल रहा सियासी नाटक का पटाक्षेप हो गया है। महाराष्ट्र में अब कभी जानी दुश्मन रहे राजनीतिक दल ऐ मंच पर आकर सत्ता के लिये नयये नाटक की शुरूआत करेंगें। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को होटल ट्राइडेंट में मंगलवार को तीनों दलों के विधायकों की बैठक में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन का नेता चुना गया। इसके बाद देर शाम महाराष्ट्र विकास अघाड़ी का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने पहुंचा। इसमें आदित्य ठाकरे के साथ बालासाहेब थोराट, एकनाथ शिंदे, छगन भुजबल सहित कई नेता शामिल थे। उन्होंने राज्यपाल को विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा और सरकार बनाने का दावा पेश किया। उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को शिवाजी पार्क में शाम 6.40 बजे मुुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले उद्धव ठाकरे बैठक में पत्नी रश्मि और बेटों आदित्य और तेजस के साथ पहुंचे थे। गठबंधन का नेता चुने जाने के बाद उद्धव ने कहा- मैं उन सभी सवालों के जवाब देने को तैयार हूं, जो देवेंद्र फडणवीस ने उठाए। मैं किसी बात से नहीं डरता। झूठ हिंदुत्व का हिस्सा नहीं हैं। जब आपको जरूरत थी तो आपने गले लगा लिया और जब जरूरत नहीं पड़ी तो आपने हमें छोड़ दिया। आपने (भाजपा) ही दूरी बनाने की कोशिश की। मुझे अब जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, मैं उसे निभाने को तैयार हूं। मैं अकेला नहीं, मेरे साथ आप सभी मुख्यमंत्री हैं। जो आज हुआ है, वह वास्तविक लोकतंत्र है। हम साथ मिलकर राज्य के किसानों के आंसू पोछेंगे। हम मिलकर एक बार फिर वही महाराष्ट्र बनाएंगे, जिसका सपना छत्रपति शिवाजी महाराज ने देखा था। मैंने कभी भी प्रदेश का नेतृत्व करने का सपना नहीं देखा था। मैं सोनिया गांधी और अन्य को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम एक-दूसरे पर विश्वास रखते हुए देश को एक नई दिशा दे रहे हैं।
