
रांची से सृष्टि पंडित की रिपोर्टः –
रांची: महाशिवरात्रि के मौके पर शिवालयों के पास श्रद्धालुओ ंकी लंबी-लंबी कतारे देखने को मिल रही है। शिवालयों में हर हर महादेव के गूंज के साथ बाबा भाले के श्रद्धालू झूम रहे हैं। महाशिवरात्रि के मौके पर रांची के पहाड़ी मंदिर समेत तमाम शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। पहाड़ी मंदिर में सुबह चार बजे से श्रद्धालुओं की कतार लगने लगी। पहाड़ी मंदिर पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए काफी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। इधर, शिव बारात आयोजन समिति की ओर से भगवान शिव की भव्य बारात सह शोभायात्रा दोपहर बाद रातू रोड कृष्णा नगर से निकलेगी, जो पहाड़ी मंदिर से होते हुए फिरयालाल चैक तक जाएगी। शिव बारात को लेकर रांची में सुरक्षा की विशेष तैयारी की गई है। महाशिवरात्रि, 2020 के अवसर पर देवघर स्थित बाबा मंदिर में जलार्पण हेतु भक्तों की भीड़ उमड़ी। देश के कोने-कोने से आए लाखों श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु होल्डिंग प्वाइंट के स्पाइरल में भीड़ को रेगुलेट करने हेतु सभी होल्डिंग प्वाइंट पर दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया हैं। सुबह से ही श्रद्धालुओं की कतार को बीएड काॅलेज, नेहरू पार्क, क्यू काॅम्पलेक्स होते हुए फूट ओवर ब्रिज एवं संस्कार मंडप होते हेतु मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है। श्रद्धालुओं की कतार को व्यवस्थित रखने हेतु जगह-जगह पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस के जवानों को प्रतिनुक्त किया गया हैं। साथ ही महिला पुलिस को भी सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किया गया हैं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो इसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों को भी मंदिर प्रांगण में तैनात किया गया है। साथ ही श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य शिविर और सूचना केंद्र भी बनाये गए हैं। शिवरात्रि के दिन बाबा नगरी में बाबा बैद्यनाथ का विवाहोत्सव मनाया जाता है। यहां शिव और शक्ति दोनों की पूजा होती है। ऐसा माना जाता है कि आज के दिन बाबा से जो याचना की जाती है वो जरूर पूरी होती है। महाशिवरात्रि को अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और सुविधा के इंतजाम किये गए हैं। प्रशासन के निर्देशानुसार एनडीआरएफ की 42 सदस्यों की टीम मंदिर प्रांगण, शिवगंगा सरोवर एवं मंदिर के आसपास क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तैनात की गई है। महाशिवरात्रि के दौरान एनडीआरएफ के जवान दो बोट के साथ शिवगंगा में मौजदू हैं। साथ ही दूसरी टीम मंदिर प्रांगण में मुस्तैद है। इन टीमों में गोताखोर भी शामिल हैं। शनिवार सुबह तक एनडीआरएफ की टीम सभी जगहों पर तैनात रहेगी। महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए शुक्रवार को सुबह से ही कोल्हान के शिवालयों में श्रद्धालुओं का तांता लगा है। चारों ओर भोले भंडारी के जयकारे गूंज रहे हैं। महाशिवरात्रि पर श्रवण नक्षत्र के साथ सर्वार्थ सिद्धि व वरीयान योग का संयोग विशेष पुण्यप्रद व उत्तम फलप्रद है। ज्योतिषाचार्य पं. शिवशंकर मिश्र के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन नित्य कर्म व स्नानोपरांत शांत चित्त व पवित्र मन से चंदन व रुद्राक्ष की माला धारण कर श्रद्धा भक्ति के साथ भगवान भोले शंकर का दर्शन, ध्यान व यथा संभव पूजन करना चाहिए। शिव पंचाक्षर मंत्र, ओम नम: शिवाय का जप करना भी विशेष पुण्यप्रद रहेगा। महिलाओं के लिए शिवाय नमरू या नमरू शिवाय मंत्र का जप श्रेयस्कर रहेगा। देवों के देव महादेव की कृपा प्राप्ति हेतु महाशिवरात्रि का दिन सर्वोत्तम माना गया है। भगवान भोले शंकर की कृपा से असंभव भी संभव तथा दुर्लभ भी सुलभ हो जाता है। बाबा सभी भक्तों को मनोभिलषित फल प्रदान करते हैं। शास्त्रीय मतानुसार शिवरात्रि व्रत का पारण चतुर्दशी तिथि में ही कर लेना चाहिए। इसलिये व्रत का पारण 22 फरवरी शनिवार को कर लेना श्रेयस्कर रहेगा। वहीं शिवरात्रि को लेकर सभी शिवालयों की खास रूप से साज-सज्जा की गयी है।
