
पटना से सत्यरंजन यादव की रिपोर्टः-
पटना : कोरोना के खतरे की जद में अब लालू प्रसाद यादव भी आ गये हैं और अब पूरा लालू परिवार अपने मुखिया लालू प्रसाद यादव की सेहत को लकर कराफी चिन्नित हो गया है। अब पूरा परिवार यह चाहता है कि लालू प्रसाद यादव को पेरोल पर रिहा कराया जाये ताकि वे सुरक्षित रहे। वहीं लालू प्रसाद यादव के डाॅक्टर उमेश प्रसाद के कोरोना मरीज से संपर्क की बातें सामने आने पर काफी परेशानी में लालू प्रसाद यादव केे परिवार के अन्य सदस्य आ गये है। रांची के रिम्स में इलाज करा रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर अब उनके घर वालों को चिंता सताने लगी है। इसे लेकर मंगलवार को बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी चिंता जताई है। बता दें कि रांची में लालू यादव का इलाज कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद का एक मरीज कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद से वहां हड़कंप मच गया है। इलाज कर रहे डॉक्टर क्वारंटाइन में चले गए हैं और पॉजिटिव के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों को खोजा जा रहा है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को अपने पिता एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बारे में कोरोना को लेकर चिंता सता रही है। मंगलवार को उन्होंने बयान जारी कर कहा कि कोरोना जैसी महामारी के मामले में मेरे पिता लालू प्रसाद यादव सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि 72 साल की उम्र में उन्हें पहले से ही कई तरह की गंभीर बीमारियां हैं। ऐसे में लालू जी का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना और उन्हें क्वारंटाइन करने संबंधित ख़बरों के बारे में जानना वास्तव में तनावपूर्ण और चिंताजनक है। राजद नेता ने कहा कि लालू प्रसाद के लिए बिहार-झारखंड के 16 करोड़ चिंतित हैं। मुझे भी चिंता है कि किडनी, हॉर्ट एवं शुगर जैसी अनेक गंभीर बीमारियों से जूझते हुए राजद प्रमुख को कोरोना जैसी संक्रमित महामारी से खतरा है। तेजस्वी ने लालू प्रसाद के इलाज में जुटे डॉक्टरों से अत्यधिक सुरक्षा और सावधानी रखने का आग्र्रह किया। उन्होंने कहा कि जिसके पास परिवार है, वही ऐसे दर्द और तनाव को महसूस कर सकता है, जिससे हम गुजर रहे हैं। चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव पहले ही 13 गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं। वे क्रॉनिक किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। लालू के शुगर में भी बराबर उतार-चढ़ाव होता रहता है। ऐसे में राजद सुप्रीमो की ओर से कोरोना संक्रमण का खतरा बताते हुए पहले ही पैरोल की मांग की गई थी। रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल, होटवार के काराधीक्षक और जेल महानिरीक्षक ने भी लालू को कोरोना का खतरा बताते हुए रिम्स के पेइंग वार्ड से अलग शिफ्ट करने पर गृह विभाग को चिट्ठी लिखी थी। हालांकि झारखंड की हेमंत सरकार महाधिवक्ता की राय के बाद ही लालू प्रसाद यादव को लेकर कोई फेसला करने की बातें कही हैं। लेकिन 10 दिन से अधिक समय होने के वावजूद लालू प्रसाद को लकर कोई फेसला झारखंड सरकार नहीं कर पायी है।
