
नयी दिल्ली से प्रिया यादव की रिपोर्टः-
नयी दिल्ली: कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस के मंत्रियो ंसे अपनी मुलाकात में काफी तल्खी से पेश आयी हैं। सोनिया गांधी ने कांग्रेस के मंत्रियों वित्त मंत्री रामेóर उरांव और कृषिमंत्री बादल पत्रलेख से सवाल किया कि आखिर जब कांग्रेस के पास वित्त और कृषि मंत्रालय दोनेां हैं तो अबतक क्यों नहीं किसानों की ऋण माफी हो सकी। झारखंड में सरकार बनने के बाद कांग्रेस के चारों मंत्री दिल्ली पहुंचे थे लेकिन सोनिया गांधी से मुलाकात करने के दौरान उनको हेमंत सरकार के कार्यो की रिपोर्ट भी देनी थी। राज्य में किसानों का ऋण माफ करने की घोषणा कर सत्ता में आई पार्टी ने आखिर किन कारणों से इसे अब तक धरातल पर नहीं पहुंचाया। जब वित्त विभाग से लेकर कृषि विभाग तक कांग्रेस के पास है। कांग्रेस को ग्रामीण इलाकों की समस्या का समाधान खोजने को ग्रामीण विकास विभाग भी मिला हुआ है। कां्रगेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने वाले मंत्रियों में रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम , बादल पत्रलेख और बन्ना गुप्ता शामिल हैं। मुलाकात के दौरान कांग्रेसी मंत्रियों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट तो आलाकमान को सौंपी लेकिन कुछ मुद्दों पर जल्द काम आगे बढ़ाने की हिदायत दी गई। स्वास्थ्य विभाग के कार्यों से स्वस्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पार्टी के केन्द्रीय नेताओं को आसानी से संतुष्ट कर दिया है । सरकार गठन के दो महीने बाद पहुंचे इन मंत्रियों से इस दौरान किए गए कार्यों की रिपोर्ट ली गई। पार्टी सूत्रों की मानें तो सभी मंत्री अपने-अपने स्तर से तैयारी करके पहुंचे थे। इसके अलावा राज्य की आर्थिक स्थिति का हवाला देकर भी पार्टी के केन्द्रीय नेताओं को अवगत कराया गया। कुल मिलाकर सोनिया गांधी ने कांग्रेस के मंत्रियों की क्लास ली है।
